भटगांव ( छत्तीसगढ़ महिमा )। 11 सितंबर 2022, बिलाईगढ़ विधानसभा के ग्राम पंचायत बछौरडीह में मेट,पंच की मिलीभगत से मनरेगा कार्य में फर्जी मास्टर रोल तैयार कर राशि गबन करने के आरोप में एसडीएम सीईओ बिलाईगढ़ से शिकायत करने का जवलंत मामला सामने आया है। जहां हितग्राहियों को कुछ राशि का लालच देकर अपूर्ण कार्यों को पूर्ण बता कर लगभग 400000/- चार लाख राशि निकाला गया है। दरसल बात कर रहें हैं ग्राम पंचायत बछौरडीह के आश्रित ग्राम साल्हेवोना की। जहां मनरेगा मेट व पंच सहित अन्य जिम्मेदारों लोगों की मिलीभगत से फर्जीवाड़ा कर राशि आहरण किया गया है। जिनकी शिकायत कुछ ग्रामीणों व हितग्राहियों ने बिलाईगढ़ राजस्व अनुविभागीय अधिकारी सहित मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बिलाईगढ़ को लिखित प्रमाण सहित आवेदन प्रस्तुत कर जाँच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गई है। वहीं ग्रामीणों ने आगे आरोप लगाते हुए अंचल के विभिन्न प्रेस को बताया कि मनरेगा के कार्य सहित हितग्राही मूलक कार्य डबरी, कुआँ एवं सामुदायिक,नहर नाला में चेकडेम कार्य और मुक्तिधाम से कहुवा डबरा नाला की सफाई कार्य का भी फर्जी मास्टर रोल तैयार कर राशि निकाल गबन कर लिया गया हैं। इस संबंध में मामले को सुलझाने गांव में भी बैठक आहूत किया गया था जिसमें फर्जीवाड़ा करने वाले व्यक्ति नहीं पहुंचा और फरार हो गया था। साथ ही साथ बताया कि फर्जी राशि आहरण करने वालों में से कुछ लोग फर्जी जॉब कार्ड बना रखा है और अपने ही रिस्तेदारों सहित उनके करीबी साथियों को निजी लाभ पहुँचा रहे हैं। अब ऐसे में ग्रामीणों द्वारा माँग किया गया है कि इस पूरे मामले में बारीकी से जाँच कर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाये और हितग्राहियों को उनके पैसे वापस दिलाई जाये। वहीं दूसरी ओर इस पूरे मामले में ग्राम पंचायत के सरपंच लाला भारती से दूरभाष के माध्यम से जानकारी ली गई तो उनके द्वारा बताया गया कि सब मिलाकर ग्राम पंचायत से लगभग 4 लाख रूपए के आस पास का फर्जीवाड़ा कर राशि गबन किया गया है जिसमें अनियमितता बरती जाने वाले पर कार्यवाही किए जाने कहा गया। बहरहाल अब देखना होगा कि जिम्मेदार अधिकारी पूरे मामले की किस प्रकार की जाँच करती है और क्या कुछ कार्यवाही करेगी। भ्रष्टाचार के गढ़ कहे जाने वाले जनपद पंचायत
बिलाईगढ़ में मनरेगा कार्यों में 4 लाख रूपए की फर्जीवाड़ा उजागर चर्चा में हैं। जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों की रवैएं से आज तक हालत जस की तस दिखाई देते रहे हैं जिसमे दोषियों से मिलीभगत कर उन्हे सरंक्षण दे भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिए जाते रहे हैं।