अरविंद कुमार, छत्तीसगढ़ ब्यूरो चीफ
मुंगेली । छत्तीसगढ़ महिमा । ग्राम पंचायत नेवासपुर की 1100 से अधिक की आबादी इन दिनों अंधेरे में जिंदगी बिताने को मजबूर है। गांव पिछले कई दिनों से 1 फेस में बिजली जलाए और 100 केवीए का ट्रांसफार्मर की मांग करता रहा और अब नतीजा गांव का 100 केवीए का ट्रांसफार्मर बीते दो दिनों से खराब पड़ा हुआ है, जिससे पूरे गांव की बत्तियाँ गुल हो गई हैं। ग्रामीण लगातार बिजली संकट से जूझ रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार विभागीय अधिकारी के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। सरपंच प्रतिनिधि ने बताया पिछले कई दिनों से बिजली दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ जल्दी ट्रांसफार्मर दे दिया जाएगा , ट्रांसफार्मर उपलब्ध नहीं है, का आश्वासन ही मिलता है। आश्वासन के नाम पर ग्रामीणों को अंधेरे में छोड़ दिया गया है, जबकि बच्चों की पढ़ाई से लेकर किसानों की सिंचाई तक हर काम बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।गुस्साए ग्रामीणों का कहना है कि –नेवासपुर जैसे बड़े पंचायत में सिर्फ 100 केवीए का ट्रांसफार्मर देना ही अन्याय है, और वह भी खराब होने पर तुरंत नया ट्रांसफार्मर न लगाना तो सीधी लापरवाही है। गांव की महिलाएँ व बुजुर्गों ने कहा कि अंधेरे में रहना अब असहनीय हो गया है। इस तरह बरसात के सीजन में यह संकट और बड़ी मुसीबत बनकर सामने आ रहा है। अब सवाल उठता है कि – आखिर क्यों ग्रामीणों को अंधेरे में धकेला जा रहा है? कब तक नेवासपुर सिर्फ बिजली विभाग के आश्वासन पर जिएगा? क्या विभागीय अधिकारी तब हरकत में आएंगे जब ग्रामीण आंदोलन पर उतर आएंगे?