
उनके पति कौशल निषाद गंभीर रूप में घायल हो गए थे। जिसे दाढ़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लेकर जाने पर गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें रायपुर शिफ्ट किया गया परन्तु रायपुर पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया। बाद में बेमेतरा शासकीय जिला अस्पताल में उनका पोस्ट मार्डम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। इस घटना की खबर लगते ही सरपंच संघ ने नवागढ़ चौक में सरपंच और उनके पति के शव को रोड में रखकर चक्का जाम कर मृतकों को 50 लाख रुपये दिए जाने की मांग व उनके परिजनों को शासकीय सेवा में रखने व मृतक के परिजनों को सरकार के द्वारा भरण पोषण देने की मांग में अड़े हुए थे। इस चक्का जाम में सरकारी अमला सरपंच संघ को मनाने में लगी हुई थी। घटना की खबर लगते ही समर्थन देने पूर्व विधायक व मंत्री दयाल दास बघेल वहां पहुंचे और इनकी मांगों को लेकर अपना समर्थन दिया। सरपंच संघ के सदस्यों व परिजनों की पुलिस के साथ झुमा झटकी की तस्वीरें भी सामने आई है,लगभग 4 घंटे से चक्काजाम कर अपनी मांगों को लेकर परिजन व सरपंच संघ के सदस्य वहाँ डटे रहे। नवागढ़ विधायक व संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे ने घटना की जानकारी मिलते ही उक्त घटना के बारे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अवगत कराया। उन्होंने मृतक सरपंच श्रीमती धरमीन व पति कौशल निषाद के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए मृतक सरपंच व पति को चार - चार लाख रुपये देने की घोषणा की। तब सरपंच संघ के सदस्यों ने शव की अंतिम संस्कार के लिए ग्राम चरगवा लेकर गए। तब जा कर करीब चार घंटे के चक्का जाम से नगर वासियों को निजात मिला।