छत्तीसगढ़ महिमा गिरौदपुरी। 24 जुलाई 2022, छत्तीसगढ़ के महान संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा जी की जन्म कर्म तपो भूमि गिरौदपुरी धाम पहुंच मार्ग जिले महासमुंद के पिथौरा से वनांचल क्षेत्र बया होते शहीद वीर नारायण सिंह की जन्म स्थली सोनाखान अर्जुनी होते अमोंदी मड़वा बरपाली पवनी मुख्य मार्ग अत्यंत जर्जर कीचड़ पानी भरे गड्डे में तब्दील हो चुका हैं। आम जनता संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों छात्र छात्राओं को आवागमन करने में बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। प्रतिदिन सैकड़ों से अधिक संख्या में प्रदेश भर से विभिन्न स्थानों से संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों का आवागमन गुरू दर्शन के लिए गिरौदपुरी में होता रहता हैं। जिन्हें बारिश के दौरान कीचड़ पानी भरे गड्डे खस्ता हालत जर्जर मार्ग में जान जोखिम में डाल कर आवागमन करने पड़ते हैं। जिनको नजर अंदाज कर विभागीय अधिकारियों कर्मचारियों शासन प्रशासन द्वारा कोई सुध नहीं लिया जाता।
लगातार प्रिंट सोशल इलेक्ट्रानिक मीडिया की सुर्ख़ियो में आते रहते हैं तो भी सरकार कुंभ करनी निद्रा में सोए तमसा देख रहे हैं।