
यदि वह पुलिसकर्मी चाहता तो इसकी जानकारी किसी को भी दिए बगैर उस धन राशि का उपयोग कर सकता था। लेकिन ईमानदारी की मिशाल पेश करते हुए नीलाम्बर सिन्हा ने तत्काल अपने शीर्ष अधिकारियों को इसकी सूचना दी और पैसों से भरे बैग को सुपुर्द कर दिया। विकास उपाध्याय संसदीय सचिव ने ईमानदार पुलिसकर्मी का स्वागत करने स्वयं उसके कार्यक्षेत्र पहुंचे जहां नीलाम्बर सिन्हा को माला पहना और मिठाई खिलाकर सम्मानित किया और सुबह का नाश्ता साथ में किया। विकास उपाध्याय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों में अपने मातृभूमि और कार्य के प्रति ईमानदारी,निष्ठा और समर्पण का भाव सदैव रहा हैं और यही भाव हम छत्तीसगढिय़ों की पहचान रही हैं। नीलाम्बर सिन्हा के द्वारा दिये गए इस ईमानदारी के परिचय से आज पूरे छत्तीसगढ़ का नाम देश में रोशन हो रहा हैं।
साथ ही संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने यह भी बताया कि इस मामले को लेकर वे प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से चर्चा करेंगे और ईमानदार पुलिस कर्मी नीलाम्बर सिन्हा को प्रोत्साहन सम्मान प्रदान करने आग्रह करेंगे।