छत्तीसगढ़ महिमा जांजगीर-चांपा। 29 अप्रैल 2022,
किडनी मरीजों को डायलिसिस कराने अब कोरबा, बिलासपुर नहीं जाना पड़ेगा। जिला चिकित्सालय में 05 डायलिसिस मशीन लगा दी गई है। अब जांजगीर चांपा जिले के किडनी मरीजों को स्थानीय स्तर पर डायलिसिस की सुविधा मिलेगी। इससे समय और धन की बचत होगी। कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला द्वारा डायलिसिस मशीन का स्थानीय मरीजों के त्वरित लाभ देने दो मशीनों का ट्रायल कराया गया। जिला अस्पताल में लगाए गए डायलिसिस मशीन का कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला ने अवलोकन किया। उन्होंने डायलिसिस करा रहे किडनी मरीजों का कुशलक्षेम पूछा और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जांजगीर चांपा शासकीय अस्पताल में डायलिसिस मशीन की सुविधा जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने जांजगीर में 5 डायलिसिस मशीनों की स्थापना पर जिले की आम जनता को बधाई देते हुए कहा कि आज इन मशीनों का ट्रायल किया जा रहा है।
इनका औपचारिक उद्घाटन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कर कमलों से किया जाएगा।
कलेक्टर ने कहा कि जिले के किडनी रोगियों को पहले कोरबा और बिलासपुर जा कर निजी क्लीनिक में डायलिसिस कराना पड़ता था। जिससे गरीब मरीजों को डायलिसिस कराने में काफी राशि खर्च करनी पड़ती थी। राज्य सरकार द्वारा अब यह सुविधा जिला चिकित्सालय जांजगीर में उपलब्ध करा दी गई है।
उन्होंने जिले के किडनी रोग ग्रस्त मरीजों को इस सुविधा का लाभ लेने की अपील की है।
सप्ताह में 90 डायलिसिस किए जा सकेंगे -
जिला चिकित्सालय में स्थापित 5 डायलिसिस मशीनों से प्रति सप्ताह 90 डायलिसिस किए जा सकेंगे।
एक मरीज को सप्ताह में 3 डायलिसिस की जरूरत होती है। इस प्रकार प्रति माह 360 डायलिसिस की सुविधा जिले के मरीजों को मिलेगी।
इससे किडनी रोग ग्रस्त मरीजों को प्रतिमाह 30 हजार रुपये की बचत होगी। दो मशीन का किया गया ट्रायल -
जिला चिकित्सालय जांजगीर चांपा में दो डायलिसिस मशीन का ट्रायल किया गया। जांजगीर के किडनी मरीज रोहन तिवारी वार्ड क्रमांक 23 और रामकिशोर शुक्ला की किडनी का आज डायलिसिस किया गया।
एक मरीज का डायलिसिस 3 से 4 घंटे तक किया जाता है। डायलिसिस का संचालन टेक्नीशियन नीतीश श्रीवास द्वारा किया जा रहा है। कोलकाता के सुबोनित द्वारा इसका कोऑर्डिनेशन किया जा रहा है।
इस अवसर पर नगर पालिका जांजगीर नैला के अध्यक्ष भगवान दास गढ़ेवाल राघवेंद्र कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर पी सिंह,सिविल सर्जन डॉ अनिल जगत,जिला अस्पताल के अन्य चिकित्सक,कर्मचारी, गणमान्य नागरिक,पत्रकार गण उपस्थित थे।