गिरौदपुरी धाम मेला की तैयारी पर जल व्यवस्था आवागमन दुर्गम मार्ग से बढ़ेगी लोगों की परेशानी

गिरौदपुरी धाम मेला की तैयारी पर जल व्यवस्था आवागमन दुर्गम मार्ग से बढ़ेगी लोगों की परेशानी
  छत्तीसगढ़ महिमा बलौदाबाजार। 22 फरवरी 2022, इस बार गिरौदपुरी धाम में 7 से 9 मार्च 2022 को त्रिदिवसीय विशाल सतनाम संत समागम गुरू दर्शन मेला संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा जी की जन्म कर्म तपो महिमा भूमि में आयोजन होने जा रहा है। संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों को स्नान शुद्धि पूजा अर्चना निस्तारी करने में भारी परेशानियों की सामना जल संकट से जूझना पड़ेगा। तपो भूमि के नीचे करूणा माता जलाशय बांध लोगों की स्नान पूजा अर्चना शुद्धि  निस्तारी करने की मुख्य एकमात्र साधन हैं जहां ग्रीष्म कालीन में जल सूखते जा रहे हैं। मेला प्रारंभ होने से पहले जल भराव व्यवस्था कराने की अत्यंत आवश्यकता है। इस करूणा माता जलाशय बांध को शासन प्रशासन द्वारा पिंचिग पक्की सीढ़ी निर्माण कर जल व्यवस्था करने की जरूरत हमेशा से रहा हैं। साथ ही करूणा माता जलाशय बांध से चरण कुण्ड तक पहुंच मार्ग कांक्रीटीकरण रोड निर्माण नहीं होने से संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों को आवागमन करने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ता रहा हैं। एक ओर गिरौदपुरी धाम के बस्ती से तपो भूमि ओर पहुंच मुख्य मार्ग की दोनों किनारों को जेसीबी से खोदाई कर गिट्टी डाल नाममात्र मरम्मत कार्य की जा रही हैं। सारंगढ़ से पवनी होते मडवा और पिथौरा बया गिरौदपुरी धाम पहुंच मुख्य मार्ग जर्जर हालत में तब्दील हो चुका हैं जिन्हें जीर्णोद्धार मरम्मत कर शासन प्रशासन द्वारा खाना पूर्ति मेला के नजदीक आते ही किए जा रहे हैं। जिसे शासन प्रशासन द्वारा और कोई ध्यान तीन वर्ष पूर्ण होते हुए भी नहीं दी जा रही हैं। हमेशा छत्तीसगढ़ के मान शान पर्यटन स्थल को विकसित न कर उपेक्षित पिछड़ा करने की आरोप लगाया जाता रहा हैं। सच्चाई भी सबके सामने में ही है। संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों स्थानीय लोगों द्वारा करूणा माता जलाशय बांध की रख रखाव पेय जल व्यवस्था स्वच्छता के साथ ही जलाशय बांध से चरण कुण्ड तक पहुंच मार्ग कांक्रीटीकरण निर्माण की मांग किया जाता रहा हैं।
प्रिंट सोशल इलेक्ट्रानिक मीडिया की सुर्खियों में आते रहे हैं गिरौदपुरी धाम की अव्यवस्था समस्याओं को लेकर आए दिन जन प्रतिनिधियों द्वारा भी कोई विशेष ध्यान नहीं देते हुए संत गुरू घासीदास बाबा जी की जय सकल पाप की छाय कहने झंडा ऊंचा रहे हमारा वाले कहावत को चरितार्थ करते नजर आ रहे हैं।