नववर्ष 2022 सतनाम धर्म का वार्षिक कैलेण्डर की व्यापक प्रचार प्रसार जारी
छत्तीसगढ़ महिमा रायपुर। 10 जनवरी 2022, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की हृदय स्थल महादेव घाट रायपुरा से प्रकाशित सतनाम धर्म के वार्षिक सतगुरू कैलेण्डर 2022 का नव वर्ष के साथ संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा जी की जयंती पर्व 18 दिसंबर आते ही छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य प्रदेश में भी निवासरत सतनाम धर्म के अनुयायियों की मांग रहता हैं।
नव वर्ष 2022 प्रारंभ होते ही सतगुरू कैलेण्डर सतनामी समाज के प्रमुख और आम जनता लोगो तक उनके हाथों में पहुंच रहे हैं। सतगुरू कैलेण्डर के संपादक असकरन दास जोगी द्वारा भिलाई में पंथी के पितामह पुरानिक लाल चेलक 2021 राज्य अलंकरण गुरू घासीदास सामाजिक चेतना सम्मान से विभूषित को सतगुरू कैलेण्डर भेंट कर उन्हे सम्मान मिलने पर नव वर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दिया।
इसी क्रम में भिलाई के नारी सशक्तिकरण के क्षेत्र में अग्रणी महिला सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी सतगुरू कैलेण्डर दी गई।
प्रति वर्ष नए सारगर्भित जानकारी को संग्रह कर गागर में सागर भर कर सतगुरू कैलेण्डर को 2017 से नियमित प्रकाशित किया जाता रहा हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के बाद 2002 में सर्व प्रथम पं. रतन लाल रत्नाकर ग्राम पटाढ़ी जिला कोरबा से गुरू घासीदास कैलेण्डर छत्तीसगढ़ के नाम से प्रकाशित किया गया। जो नियमित रूप से वर्तमान में भी 2022 में प्रकाशित किया गया हैं।
द्वितीय में छत्तीसगढ़ के महान संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा जी की जन्म कर्म तपो महिमा भूमि गिरौदपुरी धाम से 2014 से 2016 तक सतनाम कैलेण्डर प्रकाशन किया जाता रहा जिसके संपादक अश्वनी कुमार रात्रे सह संपादक श्रवण कुमार घृतलहरे गिरौदपुरी धाम उनके अभिन्न सहयोगी रहे।
तृतीय बार रायपुर से 2017 में सतयुग संसार पाक्षिक समाचार पत्र के तले सतयुग संसार कैलेण्डर प्रकाशन प्रबंध संपादक श्रवण कुमार घृतलहरे और कार्यकारणी संपादक असकरन दास जोगी द्वारा किए गए।
जो 2018 से सतगुरू कैलेण्डर के नाम से प्रकाशित किया जाता रहा हैं जिनके संपादक श्री जोगी और श्री घृतलहरे सह संपादक की भूमिका निभा नियमित प्रकाशित करते रहे हैं।
वर्तमान में कोरबा जिले से गुरू घासीदास कैलेण्डर छत्तीसगढ़ और रायपुर जिले से सतगुरू कैलेण्डर नियमित रूप से प्रकाशित हो रहे हैं।
गिरौदपुरी धाम में प्रकाशित सतनाम कैलेण्डर 2017 से अप्रकाशित है।
वर्तमान समय में आज की परिवेश में सभी धर्म समाज में एक अपना सामाजिक धरोहर संबवत वार्षिक कैलेण्डर प्रकाशन किया जा रहा हैं।
लगातार प्रदेश में विभिन्न समय वर नए आयाम प्रयास जन जागृति देखने को मिल रहा हैं।