केंद्रीय राज्य मंत्री, उप मुख्यमंत्री और प्रभारी मंत्री ने 125 कन्याओं को कराया कन्या भोज, मां देवी के रूप में की पूजा


अरविंद कुमार, स्टेट ब्यूरो चीफ
मुंगेली । छत्तीसगढ़ महिमा । क्वांर नवरात्रि के पावन पर्व पर मुंगेली जिला मुख्यालय स्थित मंडी परिसर में आयोजित आवास मेले के दौरान आज अष्टमी और नवमी के दिन विशेष कन्या भोज का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, उप मुख्यमंत्री अरुण साव और जिले के प्रभारी मंत्री लखन लाल देवांगन ने 125 कुंवारी कन्याओं को अपने हाथों से भोजन परोसा। इस धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम में कन्याओं को खीर, पूड़ी, हलवा और अन्य मिठाइयों का विशेष भोज कराया गया। इसके साथ ही मंत्रोच्चार के बीच कन्याओं की मां देवी के रूप में पूजा-अर्चना की गई और प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए कामना की गई। इस आयोजन का धार्मिक महत्व अत्यधिक रहा। नवरात्रि पर्व के दौरान सप्तमी, अष्टमी और नवमी के दिनों में देवी दुर्गा की पूजा के साथ-साथ कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुंवारी कन्याओं को देवी दुर्गा के नौ रूपों का प्रतीक मानकर उनकी पूजा की जाती है और उन्हें भोजन कराने से पुण्य की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर कन्याओं को भोजन कराने के साथ उन्हें उपहार स्वरूप वस्त्र और मिठाई भी भेंट की गई। कन्या भोज में भाग लेने वाली कन्याओं के प्रति विशेष सम्मान प्रकट करते हुए, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि "नवरात्रि का पर्व मातृशक्ति के प्रति श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक है। कन्याओं का पूजन हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं का अभिन्न अंग है, और उनके प्रति स्नेह और सम्मान प्रकट करना समाज के हर व्यक्ति का कर्तव्य है।" उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने भी इस अवसर पर कहा, कन्याओं को देवी का रूप मानकर उन्हें आदर देने से समाज में समृद्धि और कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। इस अवसर पर मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले, कलेक्टर राहुल देव, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, वन मंडलाधिकारी संजय यादव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रभाकर पाण्डेय समेत जिला प्रशासन और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी, कर्मचारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।आयोजन के दौरान उपस्थित सभी लोगों ने नवरात्रि के इस धार्मिक उत्सव में भाग लिया और कन्याओं के पूजन और भोजन में सहयोग किया। इसके साथ ही समाज के सभी वर्गों में इस आयोजन ने आपसी भाईचारे और सौहार्द्र का संदेश दिया। कन्या भोज के आयोजन ने न सिर्फ धार्मिक रूप से एक पुण्य अवसर प्रदान किया, बल्कि समाज में मातृशक्ति के प्रति सम्मान और आदरभाव को भी पुनः स्थापित किया। कन्या भोज के इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न करने में स्थानीय प्रशासन, महिला एवं बाल विकास विभाग और अन्य सामाजिक संगठनों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।