ग्राम पंचायत सावतपुर के आवास योजना में फर्जीवाड़ा, प्रशासनिक लापरवाही पर उठे सवाल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी लोरमी ,1 महीना में नही दे सके जांच प्रतिवेदन

अरविंद कुमार, ब्यूरो चीफ छत्तीसगढ़ 
मुंगेली । छत्तीसगढ़ महिमा । ग्राम पंचायत सावतपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत हो रहे फर्जीवाड़ा और अनियमितताओं की शिकायत पर प्रशासनिक उदासीनता का मामला सामने आया है। आवेदक अरविंद कुमार ने कलेक्टर, मुंगेली को पत्र लिखकर इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान देने की अपील की है। शिकायत के अनुसार, ग्राम सावतपुर में रोजगार सहायक द्वारा अपूर्ण आवासों के बावजूद मनरेगा की राशि और फर्जी फोटो अपलोड कर किस्त की सम्पूर्ण राशि निकालने का आरोप लगाया गया है। शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि मनरेगा मजदूरी भुगतान में भी गंभीर गड़बड़ियां हुई हैं, जिसमें हितग्राहियों के खातों में राशि न डालकर अन्य लोगों के खातों में राशि जमा की गई है। हितग्राही, जिनके आवास निर्माण अभी तक पूर्ण नहीं हुए हैं, उनके नाम से भी राशि निकालने का मामला सामने आया है। उल्लेखनीय है कि इस गंभीर मामले पर जिला पंचायत मुंगेली के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जनपद पंचायत लोरमी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को 7 दिवस के भीतर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए पत्र जारी किया था, लेकिन एक महीने का समय बीत जाने के बावजूद अब तक कोई जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं किया गया है। जिला पंचायत के संबंधित शाखा में जानकारी लेने पर बताया गया कि जांच प्रतिवेदन अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। इससे स्पष्ट होता है कि जनपद पंचायत लोरमी में इस मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है, जिससे शिकायत कर्ता एवम् ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति अविश्वास और नाराजगी बढ़ती जा रही है। यह मामला प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी महत्वपूर्ण योजना के सही क्रियान्वयन पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगाता है। शिकायतकर्ता ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। प्रशासनिक स्तर पर यदि समय पर सही कार्रवाई नहीं की गई, तो इस योजना का उद्देश्य अधूरा रह जाएगा और हितग्राहियों को इसका लाभ नहीं मिल सकेगा। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले को कितनी गंभीरता से लेता है और इस मामले पर क्या कदम उठाता है।