बिलाईगढ़ (छत्तीसगढ़ महिमा)। 01 जुलाई 2024,
मोहन लाल जांगड़े उप सरपंच ग्राम पंचायत परसाडीह,
थाना व तहसील बिलाईगढ़, जिला - सारंगढ़ - बिलाईगढ़ छ.ग.निवासी का आज भोर के समय 04 बजे 01 जुलाई 2024 को उनके निजी निवास गृह ग्राम परसाडीह में 75 वर्ष की आयु में आकस्मिक निधन हो गया। परिजनों नें जानकारी में बताया कि उनका लंबे समय से स्वास्थ्य अधिक खराब था घर में ही उपचार चल रहा था इस बीच जीवन की जंग हार गए वे अपने पीछे भरे पूरे परिवार को छोड़ कर चले गए।
मोहन लाल जांगड़े गांव के राजनीति में सक्रिय रहें
स्व.श्री जांगड़े अपने जीवन पर्यन्त ग्राम पंचायत परसाडीह के राजनीति में निरंतर सक्रिय रहें थे।
वे कई बार सरपंच और उप सरपंच,पंच बन कर गांव के आम जनता के बीच उनके दुख सुख में सहभागिता सुनिश्चित करते रहें। वर्तमान में उप सरपंच के पदों को सुशोभित करते आ रहें थे अब उनका पद रिक्त हो गया हैं। स्व.श्री जांगड़े के द्वारा ग्राम विकास और जनहित कार्यों को कभी भुलाया नहीं जाएगा।
मोहन लाल जांगड़े पूर्व विधायक मूलचंद जांगड़े के बड़े पुत्र और पूर्व सांसद रेशम लाल जांगड़े के भतीजे थे
मोहन लाल जांगड़े स्व.श्री मूलचंद जांगड़े पूर्व विधायक के बड़े पुत्र थे और स्व.श्री रेशम लाल जांगड़े स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रथम सांसद पूर्व विधायक,मंत्री के बड़े भतीजे थे। इनके लंबे भरे पूरे परिवार थे, मोहन लाल 05 भाई 01 बहन में सबसे बड़े थे और तोहित कुमार, सुरेन्द्र कुमार,घनश्याम,सतीश जांगड़े इनके 04 भाई और 01 बहन भी हैं।
अपने पीछे मोहन लाल जांगड़े छोड़ गए भरे पूरे परिवार
मोहन लाल जांगड़े वर्तमान में ग्राम पंचायत परसाडीह
के उप सरपंच पद पर थे अब वे इस मृत्युलोक से स्वर्ग सिधार गए। अपने पीछे 05 संतान के लंबे भरे पूरे परिवार को शोकसंताप में छोड़ कर हमेशा के लिए चले गए। उनके 05 पुत्र अनिल कुमार, सुनील कुमार, संदीप कुमार, जितेंद्र कुमार,ऋषि कुमार और 02 पुत्री शशि, मधु और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती तारादेवी जांगड़े हैं।
मुक्तिधाम परसाडीह में उनके परिजनों ग्रामवासियों की उपस्थिति में उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रेस छत्तीसगढ़ महिमा रायपुर के सलाहकार संपादक सुंदर लाल लहरे नें मोहन लाल जांगड़े के गृह ग्राम निवास में पहुंच कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर सतगुरु घासीदास बाबा जी से उनके मृतात्मा को शांति देने और शोकाकुल परिवार को इस दुखद समय में सहानुभूति प्रदान करने प्रार्थना कर अपना संवेदना प्रगट की।