
मस्तूरी (छत्तीसगढ़ महिमा)। 28 जून 2024, बिलासपुर और जांजगीर जिले को जोड़ने वाली लीलागर नदी की 100 वर्ष पुरानी पुल की स्थिति जर्जर हो गई है। क्षमता से अधिक लोड वाली वाहनों के दिन रात चलने से ऐसी स्थिति बनी हुई है। विभागीय अधिकारियों की उदासीनता ही मुख्य समस्या बन रही है, 10 वर्ष पहले मरम्मत हुआ था,इसके बाद कोई सुध नहीं ली जा रही है। इसके कारण अब ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। लोगों ने बताया कि बड़ी वाहनों के फोरलेन में नहीं चलकर छोटी सड़क में चलने से सड़क हादसे हो रहे हैं। पिछले 06 महीने से भारी वाहन नेशनल हाईवे एवं बाइपास में नहीं चलकर छोटे मार्ग मस्तूरी लवन कसडोल व बिलासपुर शिवरीनारायण मार्ग पर ज्यादा चलने लगी है इस वजह से यातायात समस्या के साथ-साथ सड़क दुर्घटना बढ़ी है। मस्तूरी थाने से सड़क दुर्घटना की आंकड़े के हिसाब से पिछले 06 माह में 99 से अधिक सड़क दुर्घटनाएं हुई है,इसमें 45 ऐसे प्रकरण है जिसमें 46 लोगों की जानें चली गई है,17 ऐसे प्रकरण है जिसमें 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनके हाथ पैर या फिर शरीर के ऐसे अंग जो हमेशा के लिए खराब हो गए हैं , 24 ऐसे प्रकरण हैं जिसमें 54 लोग सिर्फ घायल हुए हैं जिन्हें मामूली चोटें आई हैं।
और वहीं 15 ऐसे प्रकरण है जिसमें सिर्फ दुर्घटना हुई हैं वाहन ही क्षतिग्रस्त हुए हैं राहगीरों को कुछ नहीं हुआ है। और इन सभी सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य वजह सिर्फ यह है कि ओवरलोड भारी वाहन के तेज रफ्तार से चलना,बाइपास फोरलेन सड़क को छोड़कर छोटे मार्गों पर शार्टकार्ट अपनाने के कारण दुर्घटनाएं बढ़ी है।
मस्तूरी थाना क्षेत्र में 08 ब्लैक स्पाट
मस्तूरी थाना क्षेत्र के मोहतरा चौक, फोरलेन तिराहा चौक, आंबेडकर चौक,पेन्डरी जैतखाम मोड़,वेद परसदा स्थित हनुमान मंदिर मोड़, टिकारी के स्कूल मोड़, बकरकुदा बुढ़ीखार मोड़, धनगंवा मोड़, ये 08 जगह ऐसी है जहां पर आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती है। शासन प्रशासन को इस जगह के बारे में जानकारी होते हुए भी यहां पर सड़क विभाग, यातायात पुलिस के द्वारा ना ही कोई स्टापर एवं कोई प्रकार की सड़क सुरक्षा सूचक रेडीयम स्टीकर भी नहीं लगाया गया है।