66 लाख का नहर पुल के ऊपर 02 वर्ष के बाद भी नहीं हुआ डामरीकारण

Janjgir-champa News : 66 लाख के पुल के ऊपर दो साल में नहीं चढ़ी डामर की परत
जांजगीर (छत्तीसगढ़ महिमा)। 29 अप्रैल 2024, जांजगीर - चांपा मुख्यालय जांजगीर के चांपा मुख्य मार्ग स्थित सिंचाई विभाग के संकरे नहर पुल की चौड़ाई तत्कालीन कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा की पहल पर बढ़ा दिए गए थे । मगर 02वर्ष बाद भी पुल के ऊपर डामर डाल कर समतल नहीं किया गया है,जिसके कारण राहगीरों और वाहन चालकों को बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सड़क से पुल के बीच 08 से 10 इंच का अंतराल है और वहीं सड़क उबड़ खबड़ भी है। जिसके चलते कई बार बाइक चालक गिरकर घायल भी हो जाते हैं। चांपा मार्ग पर हसदेव बांगो नहर पुल की चौड़ाई कम होने से इस मार्ग पर हमेशा जाम लगता था। इससे लोगों को आवागमन में परेशानी होती थी। इसके चलते लंबे समय से पुल की चौड़ाई बढ़ाए जाने की मांग चल रही थी। तत्कालीन कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने इसे गंभीरता से लिया और पुल चौड़ीकरण के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसके बाद अधिकारियों ने इसका प्रस्ताव उच्चाधिकारियों को भेजा और पुल के दोनों ओर पांच - पांच मीटर चौड़ाई बढ़ाने के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई। पुराने पुल की चौड़ाई साढ़े सात मीटर थी। दोनों तरफ चौड़ाई बढ़ने से चौड़ाई साढ़े 17 मीटर हो गई। इस कार्य के लिए डी.एम.एफ. मद से 66 लाख रुपये की स्वीकृति दिया गया था। दरअसल यातायात का दबाव मुख्य मार्ग पर बढ़ने से नहर पुल पर आये दिन ट्रैफिक जाम की स्थिति भी निर्मित होता था। शहर में जब कोई उत्सव आयोजन या परीक्षा होता था तो यह समस्या और भी विकराल हो जाता था। नहर पुल के चारों तरफ कालोनी सहित विभिन्न स्थानों में जाने के लिए सड़के होने की वजह से भी यातायात का दबाव बना रहता था। इस संबंध में तत्कालीन कलेक्टर श्री सिन्हा के समक्ष भी आम नागरिकों सहित जन प्रतिनिधियों ने अपना बात रखा। कलेक्टर ने इस समस्या को जल्द ही दूर करने के लिए जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता सहित अन्य कार्य एजेंसियों से चर्चा कर निर्देश दिए थे। जिसके बाद नहर पुल की चौड़ाई तो बढ़ा दी गई मगर इसके बाद भी राहगीरों और वाहन चालकों की परेशानी दूर नहीं हुआ। नहर पुल की चौड़ाई बढ़ाए जाने के बाद उसे उसी स्थिति में अधूरा छोड़ दिया गया। एन.एच.के अधिकारियों के द्वारा पुल के दोनों ओर डामरीकरण करने ध्यान नहीं दिया गया।

बदल गए जिले में दो कलेक्टर पर भी अधूरा हैं पुल

इस बीच कलेक्टर तारण सिन्हा का स्थानांतरण हो गया और यहां उनके स्थान पर नई कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी आई। उन्होंने जिस तरह शहर का स्वरूप बदलने के लिए कार्य किया तो ऐसा लगा कि पुल के अधूरे सड़क की मरम्मत भी हो जाएगा। मगर इस पर उनकी भी नजर नहीं पड़ी और उनका भी स्थानांतरण हो गया। इस तरह 02 वर्ष में जिले के 02 कलेक्टर बदल गए मगर इस पुल पर डामरीकरण कराने की जरूरत किसी ने नहीं समझा। जबकि जनप्रतिनिधि सहित जिला प्रशासन के सभी प्रमुख अधिकारी इसी पुल के ऊपर से हमेशा आवागमन करते हैं।

    एन.एच. के अधिकारियों ने झाड़ा अपना पल्ला

बी.टी.आई. चौक से आगे नहर पुल के चौड़ीकरण का काम होने के बाद पुल के दोनों ओर पांच-पांच मीटर की चौड़ाई बढ़ गई है। चौड़ाई बढ़ने के बाद नेशनल हाइवे को नहर पुल के आठ से दस इंच के अंतराल को दूर करने के लिए डामरीकरण कराना था मगर एन.एच.के अधिकारियों ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि यह उनके अंडर में नहीं है। जबकि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वन टाइम सेटलमेंट के बाद मरम्मत का काम नेशनल हाइवे का ही है। वहीं जिला प्रशासन ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया तो 02 वर्ष से यह अधूरा ही पड़ा हुआ है।

लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ने शीघ्र डामरीकरण कराने की बात कहा 

 वन टाइम सेटलमेंट के बाद सड़क अभी नेशनल हाइवे के ही अधीन है। हमने हैंडओवर नहीं लिया है। मरम्मत का काम एनएच का ही है फिर भी अभी शहर में कचहरी चौक से नेताजी चौक तक सड़क निर्माण का काम चलेगा तो नहर पुल के पास सड़क के दोनों ओर को डामरीकरण कराया जाएगा। - डी.जी. साय एस.डी.ओ.,लोक निर्माण विभाग

नेशनल हाइवे के अधिकारी ने दी सफाई 

नहर पुल के चौड़ाई बढ़ाने का काम उनके द्वारा नहीं किया गया है। इसलिए उसमें क्या काम अधूरा है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। वन टाइम सेटलमेंट के बाद डामरीकरण का काम लोक निर्माण विभाग का है। - विजय साहू एस.डी.ओ.,एनएच