पामगढ़ (छत्तीसगढ़ महिमा)। 29 अप्रैल 2024,
जिला जांजगीर चाम्पा के मुलमुला थाना अंतर्गत आरसमेटा के पास तेज रफ्तार ट्रेलर ने गत दिनों शनिवार को बाइक सवार में एक ही परिवार के 04 लोगों को चपेट में ले लिया था। हादसे में बाइक में सवार बुजुर्ग, उसके बेटे और 03 वर्ष की मासूम नातिन की मौके पर ही मौत हो गया था । वहीं महिला गंभीर रूप से घायल हो गई थी । जिसे इलाज के लिए बिलासपुर रेफर किया गया जहां उसका ईलाज जारी है। इधर घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने चक्का जाम कर दिया। प्रशासन के द्वारा सीमेंट फैक्ट्री में एक व्यक्ति को नौकरी और वाहन मालिक के द्वारा 02.50 लाख रूपये मुआवजा का आश्वासन दिया गया जिसके बाद रात तीन बजे 15 घंटे बाद आंदोलन हुआ समाप्त। मिले जानकारी अनुसार कोनारगढ निवासी रामकुमार कश्यप (47) बाइक में अपनी पत्नी शतरूपा बाई (42) पुत्र चंद्र प्रकाश कश्यप (19) और 03वर्ष की छोटी बच्ची नतनीन आशा के साथ अपने गांव कोनारगढ़ से अपनी नतनीन के बर्थडे मानने के लिए ग्राम परसदा जा रहे थे। तकरीबन 12:30 बजे वे अरसमेटा मोड़ के पास पहुंचे थे तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रेलर ने बाइक को अपनी चपेट में ले लिया। घटना में रामकुमार कश्यप,पुत्र चंद्र प्रकाश कश्यप और 03वर्ष की छोटी बच्ची आशा की मौके पर ही मौत हो गया। वही रामकुमार की पत्नी शतरूपा बाई गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना की सूचना मिलने पर मुलमुला थाने पुलिस मौके पर पहुंचा इधर ग्रामीण और स्वजन भी पहुंच गए। गंभीर रूप से घायल शतरूपा बाई को पुलिस ने उपचार के लिए बिलासपुर सिम्स अस्पताल भेजा। वहीं 03 मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पामगढ़ भेजा गया। ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सीमेंट फैक्ट्री में नौकरी और 80 लाख रूपये मुआवजा की मांग को लेकर सड़क पर चक्का जाम कर दिया। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए पामगढ़,अकलतरा और लाइन से बड़ी संख्या में पुलिस बल बुलाया गया। वहीं पामगढ़ एस.डी.एम.,ए.एस.पी.,एस.डी.ओ.पी.भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाइश देने का प्रयास किया मगर उनकी समझाइश का कोई असर नहीं हुआ। ग्रामीण अपनी मांग को लेकर डटे रहे। ग्रामीणों का कहना था कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाएगा वे आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे। देर रात तक थाना मुलमुला के सामने चक्का जाम जारी रहा।
अपर कलेक्टर एस.पी.वैध के आश्वाशन
से आंदोलन हुआ समाप्त
रात 02 बजे के करीब अपर कलेक्टर एस.पी.वैध मौके पर पहुंचे और उन्होंने परिवार के एक सदस्य को सीमेंट फैक्ट्री में नौकरी देने का लिखित में आश्वासन दिया।
वहीं वाहन मालिक को मौके पर बुला कर 01 लाख रूपये नकद दिलाया गया। जबकि 01.50 लाख रूपये बाद में दिया जाएगा। इसके अलावा प्रशासन के तरफ से भी 25 - 25 हजार रूपये दिया गया। जिसके बाद रात 03 बजे के करीब आंदोलन समाप्त हुआ और आवागमन बहाल हो सका।
सडक हादसे में मृत एक साथ 03 शवों का किया गया अंतिम संस्कार
सड़क हादसे में एक ही परिवार के 03 मौतों से कोनारगढ़ का माहौल गमगीन हो गया। रविवार को पामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से पिता पुत्र और नातिन का शव पीएम के बाद गांव पहुंचा तो ग्रामीणों के आंखों से आंसू छलक पड़े। पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है। तीनों के शव को सीधे गांव के मुक्तिधाम में ले जाया गया। जहां पिता पुत्र का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। वहीं 03 वर्ष की मासूम आशा के शव को मिट्टी में दफन किया गया।
प्रदीप सोरी एस.डी.ओ.पी.से ग्रामीणों ने रखा मांग
ग्रामीणों की मांग थी कि पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सीमेंट फैक्ट्री में नौकरी और 80 लाख रूपये मुआवजा दिया जाए। जिला प्रशासन के द्वारा नौकरी के लिए आश्वासन दिया गया है। वाहन मालिक के द्वारा भी ढाई लाख रूपये दिया जाएगा जिसमें से मौके पर एक लाख रूपये नकद दिलाया गया। 01. 50 लाख रूपये बाद में दिया जाएगा। जिसके बाद रात 03 बजे आंदोलन समाप्त हुआ। नौकरी के लिए आचार संहिता हटने के बाद प्रशासन के द्वारा निर्णय लिया जाएगा। प्रदीप सोरी एस.डी.ओ.पी.जांजगीर