संत गुरु घासीदास और रामनामियों की आस्था को नमन कर अनुसूचित जाति वर्गो के वोटो को साधा नरेन्द्र मोदी ने

Janjgir-champa News : गुरुघासीदास  और रामनामियों की आस्था को नमन कर अजा वोटो को साध गए मोदी
सक्ति (छत्तीसगढ़ महिमा)। 24 अप्रैल 2024,
छत्तीसगढ़ के महान संत गुरू घासीदास बाबा जी की जन्म कर्म तपो भूमि गिरौदपुरी धाम का नाम लेकर और रामनामियों की आस्था को नमन कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अनुसूचित जाति के वोटो को साध गए। रामनामियोंं के अलावा मंच पर सतनामी समाज के धर्मगुरु बालदास और उनके बेटे आरंग विधायक गुरू खुशवंत साहेब की मौजूदगी भी इसी रणनीति का हिस्सा था। सक्ती जिले के जेठा मैदान में आयोजित विजय संकल्प शंखनाद रैली में अनुसूचित जाति वर्ग के मतदाताओं को साधने भाजपा की कवायद दिखा। जांजगीर चाम्पा लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी श्रीमती कमलेश जांगड़े के पक्ष में चुनाव प्रचार कर उन्हें भारी बहुमत से जिताने की अपील किया गया। मंच पर रामनामी समाज के प्रमुख महेत्तर राम रामनामी,सत बाई को विशेष रूप से बुलाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न केवल उनकी रामभक्ति की प्रशंसा की बल्कि उनसे आशीर्वाद लिया और अयोध्या में भी 22 जनवरी को उनसे मिले आशीर्वाद का उल्लेख किया। इतना ही नहीं मंच पर सतनामी समाज के धर्म गुरु बालदास और उनके पुत्र आरंग विधायक गुरू खुशवंत साहेब भी मौजूद थे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि दलित आदिवासी और पिछड़े लोगों का उत्थान कांग्रेस पचा नहीं पा रहा है। उनके गिरौदपुरी का भी उल्लेख करते हुए कहा कि यहां के आशीर्वाद पर भी उनका अटूट भरोसा है। हालाकि उन्होंने लोकसभा के आस्था के अन्य केंद्र चंद्रपुर,तुर्री धाम,दामाखेड़ा,शिवरीनारायण,अष्टभुजी देवी अड़भार का भी उल्लेख कर इनमे श्रद्धा व आस्था रखने वालों के अंतर्मन को छुने का प्रयास किया। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविद का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि दलित का राष्ट्रपति बनना कांग्रेस को रास नहीं आया। आदिवासी बेटी को सर्वोच्च पद पर देख उन्हें पीड़ा हुई वे इनको आगे बढ़ते नहीं देखना चाहते। बाबा साहब डा.भीमराव अम्बेडकर के संविधान की बात कर उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि मोदी और भाजपा तो दूर स्वयं बाबा साहब भी संविधान को खत्म नहीं कर सकते।
प्रधानमंत्री के उद्बोधन में महिला,युवा,बुजुर्गों के विकास का आश्वासन भी दिखा। पर अनुसूचित जाति के मतदाताओं को साधते नजर भी आए। ज्ञात हो कि लोकसभा के सभी 08 विधानसभा में कांग्रेस के विधायक हैं और इनमें से बिलाईगढ़ और पामगढ़ 02 विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है। लोकसभा जांजगीर चांपा भी इसी वर्ग के लिए आरक्षित है और पूरे क्षेत्र में इस वर्ग के मतदाताओं की संख्या 25 फीसदी से अधिक है। ऐसे में इनका वोट निर्णायक साबित होगा। विधानसभा चुनाव 2023 में बसपा का वोट कांग्रेस में शिफ्ट हो जाने से भाजपा को हार का सामना करना पड़ा इसलिए इस चुनाव में इस वर्ग के वोटों पर भाजपा की विशेष नजर है। बहरहाल किस वर्ग का वोट किसको जाता है यह तो वक्त तय करेगा पर इन वोटों को अपने पक्ष में लाने सभी दल के प्रत्याशी मेहनत कर रहे हैं।

जांजगीर चाम्पा लोकसभा में हार देख बौखला रहे हैं कांग्रेस: विष्णुदेव साय

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लगातार लगाव बना हुआ है। पिछले विधानसभा के चुनाव में मोदी की गारंटी पर छत्तीसगढ़ की जनता ने विश्वास करते हुए भाजपा को जिताया और सरकार बनाई। श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देश के 140 करोड़ देशवासियों को अपना परिवार मानते हैं। लोकसभा का यह चुनाव महत्वपूर्ण है। मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए हमें शत - प्रतिशत मतदान करना है। जांजगीर चाम्पा लोकसभा से कांग्रेस ने स्थानीय प्रत्याशी को टिकट नहीं देकर आरंग से चुनाव हारे पूर्व मंत्री डा.शिवकुमार डहरिया जो बाहरी प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतरा हैं। कांग्रेस यहां बुरी तरह से हार रहा है, हमारे भाजपा से स्थानीय प्रत्याशी श्रीमती कमलेश जांगड़े चुनाव भारी बहुमत से जीतेगी,इसलिए कांग्रेस के पार्टी बौखला कर झूठ बोल कर भ्रम फैला रहे है।