बेमेतरा (छत्तीसगढ़ महिमा)। 24 सितंबर 2023,
एक ओर पुलिस अधीक्षक लगातार अपराध पर लगाम लगाने समाधान की मुहिम चला कर काफी हद तक अपराध पर अंकुश तो लगा रहे हैं वही दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक के कार्यशैली को बदनाम करने थाना प्रभारी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बहर हाल पूरा मामला है बेमेतरा थाना क्षेत्र अंतर्गत बालसमुद में एक छोटी सी कपड़ा व्यापारी को फोन कर जाति पुछ कर मां बहन की अश्लील गाली गलौज करने की लिखित शिकायत दर्ज गत दिनांक 11/09/2023 को थाना सिटी कोतवाली बेमेतरा में दर्ज कराने के उपरांत थाना प्रभारी द्वारा साईबर सेल में उक्त नम्बर को जांच हेतु भेज दिया गया था। जिसमें फोन धारक का नाम व लोकेशन स्पष्ट होने के बावजूद भी आवेदक को गुमराह करने के नीयत से उल्टा थाना प्रभारी सलाह देते हैं की आप नवागढ़ थाना प्रभारी से बात करके उठवा लो कहा समझ में ये नहीं आया कि सिटी कोतवाली बेमेतरा का प्रभारी नवागढ़ थाने का प्रभारी तो नहीं सम्हाल रहे है। क्या उनको इस बात की जानकारी नहीं कि जब उक्त व्यक्ति का लोकेशन स्पष्ट होने के बावजूद भी आवेदक को गुमराह करने का काम किया जा रहा हैं। वहीं फोन पर गालियां देने वाले लड़के नाबालिग है और इसमें अपराध दर्ज नहीं होता है कहते हुए आवेदक को गोल मोल घुमाया जा रहा है। यदि ऐसा है तो चोरी छेड़ छाड़ जैसे कई अपराध पर बाल न्यायालय में क्यों डाला जाता है। एस.डी.ओ.साहब का कहना है कि आप कोई भी अधिवक्ता को फोन करके जानकारी ले लो कह अपना सलाह दे रहे हैं। बेमेतरा पुलिस अपने आप को कोर्ट समझ बैठा है वहीं आवेदिका जैसे कई मामलों पर पुलिस ही कोर्ट बन कर फैसला करना शुरू कर दिया है। न्यायालय को खुली चुनौती बेमेतरा पुलिस द्वारा दिया जा रहा है।
*इस मामले में क्या कहते हैं बेमेतरा एस.डी.ओ.पी.मनोज तिर्की*
लड़के लोग नाबालिग है उसमें अपराध दर्ज नहीं हो सकता क्योंकि छोटे अपराध पर अपराध दर्ज नहीं होता है आप किसी भी अधिवक्ता से जानकारी ले लिजिए। यह कहना है मनोज तिर्की एस.डी.ओ.पी.बेमेतरा का।