मुंगेली में जिला स्तरीय विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम आयोजन में हितग्राहियों को वन अधिकार पत्र प्रदान किया गया


मुंगेली (छत्तीसगढ़ महिमा)। 10 अगस्त 2023, 
विश्व आदिवासी दिवस’ के अवसर पर जिला कलेक्टोरट परिसर स्थित जनदर्शन कक्ष में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन आदिवासियों के पर्यावरण, जल, जंगल व जमीन संरक्षण में योगदान के लिए आदिवासियों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के उद्देश्य से दिसंबर 1994 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 9 अगस्त को स्वदेशी लोगों का दिवस के रूप में घोषणा की गई तब से 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है।  कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी की छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर तथा राज्यगीत के साथ किया गया। इस दौरान लोरमी विकास खण्ड अंतर्गत अचानकमार क्षेत्र के सुदूर वनांचल ग्राम पंचायत अचानकमार, सुरही, निवासखार और झिरिया को कुल 6559.817 हेक्टेयर रकबा का सामुदायिक वन संसाधन अधिकार पत्र तथा 09 हितग्राहियों को कुल 12.861 हेक्टेयर रकबा का व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र प्रदान किया गया एवं ग्राम बिजराकछार को वन अधिकार अधिनियम के सभी घटकों के बेहतर क्रियान्वयन करने पर आदर्श ग्राम घोषित किया गया। 
जिला स्तरीय कार्यक्रम में उद्यान विभाग द्वारा सुदूर वनांचल क्षेत्र के 30 बैगा हितग्राहियों को सब्जी मिनी किट व फलदार पौधे आम, कटहल, अमरूद, सीताफल, जामुन, करौंदा प्रदाय किया गया। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय बंधवा के 03 आदिवासी विद्यार्थियों को कक्षा 10 वीं बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने और कक्षा 10वीं के 01 विद्यार्थी को राष्ट्रीय क्रीड़ा प्रतियागिता में कास्य पदक प्राप्त करने पर प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही अनुसूचित जनजाति स्माल बिजनेस योजनांतर्गत एक हितग्राही को 01 लाख रूपए का चेक और स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल मोतिमपुर-अमरटापू में व्याख्याता, शिक्षक, सहायक शिक्षक के संविदा भर्ती में 15 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र भी प्रदाय किया गया। इस अवसर पर लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह, मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले,राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष थानेश्वर साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लेखनी सोनू चंद्राकर,नगरपालिका परिषद मुंगेली के अध्यक्ष हेमेन्द्र गोस्वामी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिले वासियों को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि जल,जंगल, जमीन पर आदिवासियों का पहला अधिकार है। हमें संकल्पित होकर आदिवासी भाई - बहनों के हितों के लिए कार्य किया जाना चाहिए। कलेक्टर  राहुल देव ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप आदिवासी वर्ग के सामाजिक,आर्थिक,शैक्षणिक विकास के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। उन्होंने आदिवासियों के उत्थान के लिए जिले में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। इस अवसर पर वन मंडलाधिकारी सत्यदेव शर्मा, मुंगेली एसडीएम आकांक्षा शिक्षा खलखो, अपर कलेक्टर  विजेन्द्र पाटले, छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण की सदस्य रत्नावली कौशल,आदर्श कृषि उपज मंडी मुंगेली के अध्यक्ष आत्मा सिंह क्षत्रिय,जिला पंचायत सदस्य वशी उल्लाह खान, छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल की सदस्य श्रीमती अम्बालिका साहू, छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के सदस्य प्रभु मल्लाह, छत्तीसगढ ऊर्दू अकादमी बोर्ड के सदस्य  एजाज खोखर, गणमान्य नागरिक सागर सिंह बैस,रूपलाल कोसरे सहित अन्य गणमान्य नागरिक गण संबंधित विभाग के अधिकारी - कर्मचारी और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।