छोटे कारोबारियों पर कार्रवाई, सरपंच के आगे प्रशासन नतमस्तक ग्रा.पं.गनियारी बाजार परिसर का मामला


बिलासपुर (छत्तीसगढ़ महिमा)। 14 मई 2023,
 दो दशक से बाजार परिसर की सरकारी जमीन पर कब्जा कर आजीविका चला रहे छोटे कारोबारियों को खदेड़ कर गनियारी तहसीलदार अतिक्रमण हटा दिया। वहीं सरपंच के अतिक्रमण को हटाने की हिम्मत तहसीलदार नहीं जुटा पा रहे हैं। मंगलवार को जनदर्शन में इसकी शिकायत कलेक्टर से गनियारी बाजार परिसर में छोटी-छोटी जगह आबंटित करने गुहार लगाई है। ग्राम पंचायत गनियारी के बाजार परिसर की सरकारी जमीन पर कब्जा कर परिवार की आजीविका चला रहे छोटे कारोबारी संतोष यादव पिता रामचरण यादव, हरजन देवांगन पिता जगदीश देवांगन, गोरेलाल मेहर, नसीब वर्मा पिता चंदराम, विजय वर्मा पिता बलदाऊ वर्मा, जवाहर लाल पिता लेख राम, उमेंद्र यादव पिता रामझूल, देवी प्रसाद पिता समेलाल, सुनीता साहू पति गोविंद साहू मंगलवार की दोपहर जिला मुख्यालय बिलासपुर स्थित कलेक्टोरेट पहुंचे। ‌उन्होने बताया ग्राम पंचायत गनियारी के बाजार परिसर में दो दशक से वे ठेला, गुमटी, छप्पर लगाकर पानठेला, चिकन, नाश्ता, फल दुकान, गन्ना जूस, चाय-नाश्ता आदि का  छोटा मोटा व्यवसाय कर जीवकोपार्जन करते है। ग्राम पंचायत गनियारी के बाजार ठेकेदार को इसके लिए बाजार शुल्क भी अदा करते हैं ।ग्रामीणों का आरोप है कि गांव का सरपंच जितेंद्र राज बाजार परिसर में दुकान लगाने के लिए महीना वसूली करना चाहता था। इसके लिए जिसे कोई तैयार नहीं हुआ। सरपंच राज ने कई बार इनको धमकी दी कि बात नहीं मानेंगे तो सभी को बाजार परिसर से बेदखल करवा देगा। उनकी धमकी को नजरअंदाज कर अपना व्यवसाय कर परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। सरपंच राज ने उपतहसील गनियारी ने बाजार परिसर से बेजाकब्जा की शिकायत कर दी। ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच जितेंद्र राज का भी बाजार परिसर में अवैध कब्जा है। नायब तहसीलदार ने उन्हें भी बेदखली का नोटिस जारी किया था। ऊंची रसूख के कारण सरपंच को बेदखल नहीं किया गया है।

      आरोप, धमका रहा सरपंच
ग्रामीणों ने कहा छत्तीसगढ़ सरकार ने आम बजट में भूमिहीन परिवारों को जीविकोपार्जन करने के लिए जगह देने की घोषणा की है। गत दिनों 1 से 30 अप्रैल तक सभी ग्राम पंचायतों में इसका सर्वे भी हो गया है। हमें उम्मीद थी कि 20 साल से जिस जमीन पर हम लोग व्यवसाय करते आ रहे हैं, उस पर हमें स्थाई कब्जा मिल जाएगा। सरपंच ने शिकायत कर कब्जा हटवा दिया। इससे सरकार की योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा। ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच धमकी देता है कि मेरी बात नहीं माने,इसलिए कब्जा हटाना पड़ा। अब तुम लोगों को गांव में भी रहने नहीं दूंगा।

   जगह आबंटित करने लगाई गुहार
ग्रामीणों ने कहा हम लोगों के पास जीविकोपार्जन के लिए कोई और साधन नहीं है,न ही कोई रोजगार है। व्यवसाय करने की जगह छीन जाने की वजह से परिवार के सामने भूखों मरने की स्थिति निर्मित हो गई है। उन्होंने गनियारी बाजार परिसर में छोटी-छोटी जगह आबंटित करने की गुहार जनदर्शन में कलेक्टर से लगाई है।