बिलासपुर (छत्तीसगढ़ महिमा)। 13 मार्च 2023, सुरुज ट्रस्ट के अध्यक्ष सुश्री. दीप्ति ओग्रे के द्वारा चकरभाठा बिलासपुर में सुरुज बाई खाण्डे की पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम सुरुज के सुरता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित व सुरज बाई खाण्डे कि छाया चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम आरंभ किया गया। जिसके मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ.आर.एस.बारले, पद्मश्री अजय मण्डावी, अतिथियों ने अपने उद्बोधन मंच के माध्यम से राज्य सरकार के सामने मांग रखा कि सुरुज बाई खाण्डे के नाम पर उनकी स्मृति में राज्य अलंकरण प्रारंभ किया जाए तथा विशिष्ट अतिथि डॉ.अनिल भतपहरी सचिव राजभाषा आयोग ने बताया कि सुरुज बाई खाण्डे वास्तव में लोक गाथा भरथरी गायन में सूर्य ही थीं जिन्होंने सर्व प्रथम भरथरी गायन को अपने अनूठे अंदाज में जन्म दिया और विश्व के 18 देशों में अपनी प्रस्तुति दिये। कार्यक्रम की अध्यक्षता धरम लाल कौशिक विधायक बिल्हा ने सुरुज के सुरता कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि सुरुज बाई खाण्डे के नाम पर राज्य अलंकरण और संग्रहालय तथा भरथरी एवं लोक गीत प्रशिक्षण केन्द्र खोलने के लिए राज्य सरकार के पास अपनी बात रखेंगे।
सुरुज ट्रस्ट के द्वारा अलग - अलग विषयों पर सुरुज सम्मान 2023 से सम्मानित गया जिसमें - 1.श्रीमती रेखा देवार लोक गायिका - भरथरी गायन,2.सुश्री अमृता बारले लोक गायिका - भरथरी गायन।3.अरुण कुमार निगम - छत्तीसगढ़ी छंद साहित्य,4. दास मनोहर धृतलहरे - छत्तीसगढ़ी लोक गीतकार।5.सुश्री ममता अहार - कलात्मक शैक्षणिक पद्धति,6.डॉ.प्रदीप निर्णेजक - रहस नाट्यकला।7. उत्तरा ध्रुव - व्हीलचेयर क्रिकेट खेल,8.सुश्री मालती पनौरे - व्हीलचेयर फेंसिंग खेल।
कार्यक्रम में राज गीत की प्रस्तुति लोक गायिका लक्ष्मी करियारे, लोक गायक सूरज श्रीवास ने किया। स्वागत नृत्य रितु पात्रे ने प्रस्तुति दिया और लोक गायिका जोशी बहनें एवं यशवंत सतनामी के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, रेखा देवार एवं अमृता बारले के द्वारा भरथरी गीत की प्रस्तुति दी गई।काव्य प्रस्तुति में ईजी.गजानंद पात्रे,मिलन मलरिहा,घासीदास रात्रे और कु.सुनीता कुर्रे ने दिया।तथा सतनाम,सतनामी धर्म,सतनामी आंदोलन और ब्रिटिश कालीन अभिलेख नामक पुस्तक का विमोचन किया गया। जिसके लेखक राम कुमार लहरे हैं। कार्यक्रम में मुख्य रूप से लोक गायक हृदय प्रकाश अनंत,कृष्णा रात्रे, द्वारिका बर्मन,पं.राम जोशी,भाषाविद केदार दूबे,आकाशवाणी निदेशक महेंद्र साहू,कवि महेत्तरू मधुकर,सतनामी समाज राजमहंत दशेराम खांडे,रायगढ़ मनोज पाठक, रायपुर अमिताभ बांधे व प्रदेश भर से कलाकार एवं गणमान्य नागरिक गण सैंकड़ों से अधिक संख्या में उपस्थित रहे।