सारंगढ़ विधायक उत्तरी जांगडे भूतपूर्व विधायक नान्हू दाई के घर पहुंची परिवार से की मुलाकात
घर में स्थापित गांधी जी की प्रतिमा की पूजा अर्चना कर लिया आशीर्वाद
सारंगढ़ । सारंगढ़ विधानसभा की भूतपूर्व विधायक नान्हू दाई चौहान को छत्तीसगढ़ की (अभिवाजितमध्यप्रदेश )
पहली दलित महिला विधायक होने का गौरव प्राप्त है । नान्हू दाई पहली बार 1957 में विधायक बनी थी और दूसरी बार 1962 में इस तरह वे दो बार विधायक रहे । नान्हू दाई का गांव लाला धुर्वा है जहां उनका परिवार आज भी रहता है ।उनके परिवार के भतीजा भुनेश्वर चौहान आज भी यहां रहते हैं ।
सारंगढ़ विधायक श्रीमती उत्तरी गनपत जांगडे, अरुण मालाकार जिला कांग्रेस अध्यक्ष, पुरुषोत्तम साहू गौ सेवा आयोग सदस्य, श्रीमती अनिका भारद्वाज जिला पंचायत सभापति, श्रीमती सीता पटेल जिला पंचायत सदस्य, व चंद्र कुमार नेताम, गणपत जांगड़े ने आज हाथ से हाथ जोड़ो पद यात्रा के दौरान नान्हू दाई के गांव पहुँचे और उनके घर जाकर उनके परिवार से मिले वहीं उनके घर में स्थापित गांधी जी की प्रतिमा पर शीश नवाकर प्रणाम किये ।नान्हू दाई के परिवार ने विधायक उत्तरी जांगडे को अपने बीच पाकर खुश हुए । नान्हू दाई परिवार गांधी जी से बहुत प्रभावित थे आज भी नान्हू दाई के घर में गांधी जी की पूजा होती है पिछले 03 पीढ़ी से यहां गांधी जी की पूजा हो रही है क्या है कहानी आप भी जाने ...
गांधीवाद विचार धारा पर चलने के लिए कई तर्क आए लेकिन सारंगढ़ का एक दलित परिवार तीन पीढिय़ों से महात्मा गांधी की भगवान की तरह पूजा करते आ रहे है। इस दलित परिवार की मुखिया वृद्धा बुटी बाई चौहान के दिन की शुरुआत महात्मा गांधी की पूजा के बाद शुरू होती है। इसके लिए बकायदा वृद्धा के पूर्वजों ने घर में ही महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित की है।
वृद्धा की बेटी घुराई बाई चौहान बताती है कि उनके पूर्वजों में बोर्रा चौहान आजादी के पहले से महात्मा गांधी के अनुयायी थे। एक बार गांधी जी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गुडेली और बंजारी पंचायत के बीच में बसे लालाधुर्वा गांव से कवर्धा तक पैदल गए थे। गांधी के विचारधारा से प्रभावित होकर उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा घर में स्थापित की, तब से लेकर अब तक महात्मा गांधी की पूजा उनके घर में होती है। महात्मा गांधी की पूजा वृद्धा बुटी बाई चौहान के अलावा उनके परिवार के अन्य सदस्य भी करते हैं। वहीं यह बताया जा रहा है कि इस परिवार नान्हू दाई चौहान सारंगढ़ विधानसभा की पहली विधायक भी थी।
प्रतिमा छिनने पर किया था भूख हड़ताल
घुराई बाई चौहान बताती है कि अंग्रेजी हुकूमत में उनके पूर्वज बोर्रा चौहान प्रतिमा को घर में स्थापित किए थे, तब अंग्रेजी हुकूमत के आदेश पर प्रतिमा जब्त कर ली गई थी। इस समय बोर्रा चौहान से प्रतिमा वापस पाने के लिए भूख हड़ताल शुरू कर दिया था। लगातार चले भूख हड़ताल के बाद बिलासपुर से उन्हें प्रतिमा वापस मिली।
जयंती पर रहता है उत्सव का माहौल दो अक्टूबर गांधी जयंती पूरे गांव के लिए खास रहता है। बताया बताया जाता है कि महात्मा गांधी की जयंती पर गांव के लोग इस परिवार के यहां जुटते हैं। अधिकांश लोग महात्मा गांधी की पूजा में शामिल होते हैं। भजन-कीर्तन का भी माहौल बनता है। आज विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े के साथ,अरुण मालाकार जिला कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण, पुरुषोत्तम साहू गौ सेवा आयोग सदस्य श्रीमती अनीका भारद्वाज जिला पंचायत सभापति
,श्रीमती सीता पटेल जिला पंचायत सदस्य,श्रीमती अंजू अवधेश ईजारदार सरपंच,चंद्र कुमार नेताम जनपद
उपाध्यक्ष ,गनपत जांगड़े विधायक प्रतिनिधि, चंद्रशेखर रातें,परमानंद देंजारे,सागर नेताम, हीरालाल सिदार ,मस्तराम निराला सागर दीवान, मानस साहू दिनेश जायसवाल आदि