आरंग (छत्तीसगढ़ महिमा)। 23 नवंबर 2022,
संत शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा जी के चौथे पीढ़ी के वंशज गुरु अगमदास जिसे जगतगुरु के पदवी से सम्मानित किया गया है। गुरुजी ने 1926 में सतनामी को सिर्फ सतनामी नाम से "सम्बोधित" करने और सतनामियों के लिए आरक्षण के प्रावधान की माँग थी। जिसे वर्तमान अंग्रेजी सरकार द्वारा मंजूरी दी थी जिसे 1950 में संविधान सभा मे लागू किया गया चूँकि गुरुजी बरार मध्यप्रदेश से संविधान सभा के सदस्य थे।
7 दिसम्बर उसके अवतरण दिवस को "सतनामी सम्मान दिवस" के रूप में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 6 व 7 दिसम्बर 2022 को बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ मंदिरहसौद मे मनाया जा रहा है।
सभी को ज्ञात हैं कि गुरु अगमदास ममतामयी मिनीमाता के पति थे और वर्तमान में गिरौदपुरी धाम के गुरु गद्दीनशीन "गुरु विजय कुमार" उनके सुपुत्र एवं गुरु रूद्र कुमार उनके पोता हैं और वे कांग्रेस सरकार में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग विभाग मंत्री के दायित्व निभा रहे हैं। सतनामी एवं सतनाम धर्म विकास परिषद द्वारा 2014 से जगतगुरु अगमदास जी का अवतरण दिवस को "सतनामी सम्मान दिवस" के नाम से मनाते आ रहा है। इस अवसर पर जगतगुरु अगमदास जी के द्वारा समाजहित और देश हित मे किये गए कार्यों को प्रमाणिकता के साथ रखते हैं। सभी से विनम्र निवेदन क हैं कि प्रत्येक सतनाम गुरुद्वारा में गुरु अगमदास जी का जन्म-जयंती अवश्य मनाये एवं उनके द्वारा किये गए कार्यों का जानकारी गांव शहर के सभी लोगो को देवें ताकि लोग अपने वास्तविक इतिहास को जान सके।
इसके सतनामी एवं सतनाम धर्म विकास परिषद द्वारा जन जागरूकता प्रचार प्रसार सोशल मीडिया में किया जा रहा हैं।