छत्तीसगढ़ महिमा बिलाईगढ़। 15 मई 2022,
ब्लाक व थाना मुख्यालय बिलाईगढ़ के शासकीय कार्यालयों के आस पास शराबियों द्वारा रात में शीशी बोतल महुआ शराब पी अंडे खा छिलके को छोड़ गंदगी फैला देते है। ब्लाक मुख्यालय को शासकीय दफ्तर शाम 5 बजे बंद होते ही शराबियो द्वारा कार्यलयों के आस पास रात को शराब पीते मांस खाते देखा जा सकता है।
वही नगर में स्थित कार्यालयों के आस पास रात में बिजली की उजाला नहीं होने का फायदा उठा शराबियो का अड्डा में बदल जाते हैं। वही हाल बी आर सी सी ऑफिस शासकीय महाविद्यालय, बीईओ और जनपद पंचायत कार्यालय,कस्तूरबा गांधी विद्यालय, कॉलेज, स्टेडियम परिसर में शराबियो का अड्डा बना हुआ है।
जहां शराबियो द्वारा शीशी बोतल को तोड फोड़ कर बिखरा कर छोड़ दिया जाता है। जिससे छात्र छात्राओं एवं आम जनताओ को विभिन्न परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्थानीय बिलाईगढ़ थाना पुलिस के द्वारा रात में गश्त नहीं होने से शराबियो का हौसला आए दिन बुलंद होते जा रहा है। नगर पंचायत बिलाईगढ़ के मुख्य गली मोहल्लों में अवैध शराब खुलेआम बिक रहा है।
नगर में पुलिस थाना आबकारी अधिकारी की कार्यालय होने के बावजूद स्थानीय नगर में कच्ची महुआ शराब कोचियों के द्वारा खुलेआम बेचते पिलाते देखा जा रहा हैं। जिस पर भी स्थानीय पुलिस व आबकारी अधिकारी के द्वारा खानापूर्ति के लिए छोटे मोटे शराब कोचियो पर कार्यवाही कर श्रेय लूटने में मस्त रहते दिखाई जान पड़ते है। बड़े - बड़े अवैध महुआ शराब कोचियों से प्रसाद के रूप में चढ़वा मिलने से उन्हे आशीर्वाद दिया हुआ है। इन पर कार्यवाही करने में पुलिस व आबकारी अधिकारी की हाथ पांव फूल रहा है। जिसके संबंध में थाना बिलाईगढ़ में शांति समिति की बैठक में स्थानीय जन प्रतिनिधियों के द्वारा बखूबी के साथ यह मामला अनेकों बार उठाया गया था। जिस पर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मद्यपान एक सामाजिक बुराई है इसमें आप सभी की सहयोग से अंकुश लगाया जा सकता है।
यह हाल बिलाईगढ़ मुख्यालय की है तो आस पास थाने क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों में क्या हलात होता होगा।
बिलाईगढ़ थाने पुलिस पर लगातार सवाल उठ रहे हैं कि आस पास क्षेत्र सहित नगर पंचायत मुख्यालय में अवैध महुआ शराब बिक्री सार्वजनिक स्थल शासकीय कार्यालयों पास मांस मंदिरा सेवन करने पर अंकुश लगाने शराबियो और कोचियों पर कार्यवाही होंगे।
जिनके आए दिन प्रिंट सोशल इलेक्ट्रानिक मीडिया की सुर्ख़ियो में आते रहते हैं।