छत्तीसगढ़ महिमा आरंग। 16 मई 2022,
छत्तीसगढ़ की नए रायपुर राजधानी पहुंच मुख्य मार्ग बीचों बीच और सड़क के किनारे छायादार वृक्ष रोपण कर कई लाखों करोड़ों रूपए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा खर्च तो किए गए हैं। जिनके देख भाल के अभाव में हरे भरे पेड़ पौधे सुख कर नष्ट हो रहे हैं। जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के कारण नवा रायपुर सड़क किनारे और बीचों बीच लगे पौधे बिन पानी के दुर्गति में जा रहे हैं। सूखे हुए पौधों की ये तस्वीरें नवा रायपुर राजधानी की हैं जो भीषण गर्मी में डिवाइडर और सड़क किनारे बीचों बीच लगाए गए ज्यादातर पौधे सूख गए हैं।
पौधे लगाने पर प्रति वर्ष लाखों करोड़ों रुपए खर्च छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किए जाते हैं। लेकिन देख रेख और पानी के अभाव में ज्यादातर पौधे सुख कर मर जाते हैं। यह क्रम वर्षों से चल रहा है। पुराने रायपुर और नवा रायपुर में ही वृक्षारोपण और उसके लिए ट्री गार्ड लगाने पर लाखों करोड़ों रुपए फूंके जाते हैं। वृक्षारोपण के बाद उनके कोई ठीक से देखने वाला नहीं होता कि पौधे जीवित हैं या मर गए हैं। इस बार भीषण गर्मी में रायपुर शहर में भी सैकड़ों पौधे पानी के अभाव में सूख कर नष्ट हो गए हैं। ज्यादातर जगहों पर लगाए गए ट्री गार्ड भी गायब हो गए हैं। विभागीय अफसरों की दिलचस्पी पौधों की देख रेख में कम हर वर्ष लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर वृक्षारोपण करवाने में ज्यादा दिखती है।
जिनसे उनके लाभ सिद्ध हो वृक्ष रोपण के नाम से खानापूर्ति कर शासन प्रशासन द्वारा संचालित योजनाओं के तहत लाखों करोड़ों रुपयों की दुरुपयोग किया जाता रहा हैं। जिनको आंखो देखा हाल मौके पर पहुंच कर सच्चाई से अवगत हुए जा सकते हैं।