छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की हृदय स्थल महादेव घाट रायपुरा सतनामी समाज द्वारा 2004 से निरंतर ग्रीष्मकालीन समय में राहगीरों आम जनता को प्याऊ जल घर संचालन कर शुद्ध पेय जल व्यवस्था कर उनकी प्यास बुझाने सार्थक प्रयास जन सेवा कार्य किया जा रहा हैं। रायपुरा चौंक से महादेव घाट खारुन नदी तट पहुंच मार्ग तक एक मात्र प्याऊ जल घर संचालन हैं,जिसमें सर्व समाज के लोग भीषण ग्रीष्मकालीन समय में सूखे गले को ठंडे पानी से तर बतर कर अपने प्यास बुझा जनहित कार्यों के लिए धन्यवाद देता हैं। जिसमें मुख्य रूप से युवा समर्पित समाज सेवक प्रदीप कुमार घृतलहरे की भूमिका हैं साथ ही सतनामी समाज रायपुरा का विशेष सहयोग रहा हैं। मार्च से ग्रीष्मकालीन बढ़ते ही प्याऊ जल व्यवस्था कर निरंतर वर्षाकालीन जून माह तक संचालित होते रहे हैं। इस जनहित समाज सेवा कार्यों को रायपुरा सतनामी समाज के प्रसिद्ध समाज सेवक भंडारी स्व.श्री जीवन लाल घृतलहरे द्वारा छत्तीसगढ़ के महान संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा जी की जन्म कर्म तपो भूमि गिरौदपुरी धाम वार्षिक और अर्द्ध वार्षिक त्रिदिवसीय गुरू दर्शन मेला के मुख्य मंच मेला प्रांगण से लगे संत गुरू महंगु दास बाबा, अमरौतीन माता के पांच मंदिर गुरूद्वारा पास लगभग सन 1995 से संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों को शुद्ध निशुल्क प्याऊ जल व्यवस्था कर संचालन करते रहे। उनके सतलोक गमन के बाद उनके सुपुत्र नोहर घृतलहरे,मनसुख घृतलहरे के नेतृत्व और रायपुरा सतनामी समाज के सहयोग से आज भी गिरौदपुरी धाम गुरू दर्शन मेला में निशुल्क भोजन भंडारण प्याऊ जल व्यवस्था समाज सेवा कार्य यथावत पूर्व स्थल पर ही संचालित होते आ रहें हैं।
रायपुरा सतनामी समाज का सार्थक प्रयास रहा हैं तब से गुरूगद्दी आसान सत्संग समिति महादेव घाट रायपुरा के द्वारा छाता पहाड़ गिरौदपुरी धाम में भी निशुल्क सतनाम प्रसादी भोजन भंडारण प्याऊ जल व्यवस्था कार्य संत कृपाल दास देशलहरे,पुनीत दास घृतलहरे के संरक्षक और संयोजक संत राम सारंग अध्यक्ष सतनामी समाज रायपुरा एवं जिलामहंत के द्वारा निरंतर जारी रख संचालित किए जा रहे हैं। इसके अलावा प्रति सप्ताह के प्रथम दिन सोमवार को प्रदीप कुमार घृतलहरे के नेतृत्व में सतनाम आरती सत्संग गुरू वंदना कार्यक्रम आयोजन प्रारंभ कर उनके सहयोगी संत रूद्र कुमार रात्रे और सतनामी समाज रायपुरा के योगदान से निरंतर सार्थक प्रयास किया जाता रहा हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के महादेव घाट हृदय स्थल रायपुरा सतनामी समाज द्वारा अग्रिम पंक्ति में खड़े हो कर हमेशा विभिन्न सामाजिक धार्मिक सांस्कृतिक विकास उत्थान जन जागृति के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाते रहे हैं।
रायपुरा चौंक से कुछ दूर आगे महादेव घाट रोड के बीचो बीच मुख्य मार्ग से लगा जन आस्था विश्वास का केंद्र बिंदु बना हुआ हैं जहां भव्य नव निर्मित सतनाम गुरूद्वारा भवन,जोड़ा जैतखाम सर्व सुविधा युक्त सामाजिक भवन निर्माण किया गया है। जहां समाज के सभी अवसरों पर जनहित कार्य संचालित होते रहे हैं जिनका अलग ही पहचान है श्रवण कुमार घृतलहरे,असकरन दास जोगी के संपादकीय में 2017 से निरंतर सतनाम पंथ के वार्षिक सतगुरू कैलेण्डर,और श्रवण कुमार घृतलहरे संपादक द्वारा छत्तीसगढ़ महिमा/ सुघर गांव दो मासिक पत्रिका 2019 से नियमित प्रकाशित किया जा रहा हैं जिसके प्रधान कार्यालय भी हैं। ऐतिहासिक 16 दिसंबर को प्रति वर्ष आयोजित सतनाम संदेश शोभा यात्रा गुरू घासीदास प्लाजा आमापारा रायपुर से निकले जाते रहे हैं उसमे भी झांकी व पंथी नृत्य प्रदर्शन में विशेष योगदान रहता हैं।
संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा जी की सतोपदेश अमृतवाणी को जन - जन तक पहुंचाने सदैव संकल्पित समर्पित हैं सतनामी समाज रायपुरा माधव राव सप्रे वार्ड नंबर 69 रायपुर पश्चिम विधान सभा क्षेत्र के कर्मठ समाज सेवक गण। संत रूद्र कुमार रात्रे पुजारी,भंडारी विनोद कुमार रात्रे,नव युवक सतनामी विकास समिति के अध्यक्ष संत राम सारंग,उपाध्यक्ष नंद बंजारे, सचिव हेमंत कुमार कुर्रे, रोशन बंसरे,टीकम दास बंजारे,ईश्वर बंसरे,छन्नू लाल (बल्लू) डहरिया,बदन बंजारे, बिरजू कोसले आदि समाज के लोगों की सहयोग से सामाजिक जनहित कार्य संपन्न होते रहे।