खुड़िया,गुरूवाईनडबरी,झोंका,हथनिकला,मदनपुर,विचारपुर(श्रृंगारपुर) खरीदी केंद्र से करोडों का धान गायब घपले की मामले
छत्तीसगढ़ महिमा मुंगेली। 2 अप्रैल 2022,लोरमी किसान हितैषी भूपेश सरकार के द्वारा किसानों से धान खरीदी समर्थन मूल्य पर किए गए हैं। जिसके लिए सभी जिलों में अलग अलग धान खरीदी का लक्ष्य रखे गए थे जिसके तहत सभी जिलों में समितियों के माध्यम से धान की खरीदी किया गया। वहीं मुंगेली जिले में करीब 40 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखें गए थे।
जिसमे से 38 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई जिसमें 99 प्रतिशत धान का उठाव भी करा लिया गया है। शेष 1 प्रतिशत धान का उठाव होना बाकी है जिसके लिए मिलरों के लिए डीओ भी काट दिया गया है वहीं बचे धान के उठाव से पहले सभी खरीदी केंद्रों में बचे धान का भौतिक सत्यापन कराया गया कि किन खरीदी केंद्रों में कितना धान बचा हुआ है। भौतिक सत्यापन के दौरान पाया गया कि जिले में 30 हजार क्विंटल धान खरीदी केंद्रों में होना था लेकिन जिले के खरीदी केंद्रों में महज 8 हजार क्विंटल के आसपास ही धान शेष है मतलब की 22 हजार क्विंटल धान गायब हो गया है या फिर धान की खरीदी ही नही हुई है सिर्फ कागजो में ही धान की खरीदी कर दी गयी होगी। वहीं गायब धान की अनुमानित राशि 5 करोड़ बताई जा रही है इसकी जानकारी होते ही कलेक्टर अजित वसन्त ने सभी धान खरीदी केंद्रों के जांच के आदेश दे दिए है। धान जिन केंद्रों से गायब हुए है उनमें खुड़िया, गुरूवाईनडबरी, झोंका, हथनिकला,मदनपुर,विचारपुर (श्रृंगारपुर) खरीदी केंद्र है जहाँ धान का एक दाना भी नही है। इस मामले में जिले के अधिकारियों से जानकारी भी ली गयी जिसमे जिले के कलेक्टर ने बताया कि इस मामले में तहसील स्तर पर टीम गठित कर जांच करने के निर्देश दिए गए है जांच उपरांत कार्यवाही की जाएगी। मार्कफेड के अधिकारी ने बताया जिले में अभी 99 प्रतिशत धान उठाव हो चुका है बाकी बचे धान के उठाव के लिए मिलरों को डीओ जारी कर दिया गया है जल्द ही उठाव करा लिया जाएगा। वहीं सहायक पंजीयक ने बताया कि 37 केंद्र ऐसे है जहां धान का उठाव होना बाकी है उनमें से 10 से 15 केंद्र ऐसे है जहां 1 हजार क्विंटल भी धान नही बचा है जिसे एक दो दिन में क्लियर कर दिया जाएगा। साथ ही उन केंद्रों के प्रभारियों को नीतीश जारी कर दिया गया है और उनके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। इस मामले में मिलर एसोसिएशन के सचिव नितेश अग्रवाल ने बताया कि शासन के द्वारा बचे धान के उठाव के लिए डीओ तो जारी कर दिया गया है लेकिन कई केंद्र ऐसे है जहाँ धान ही नही है और जहाँ है वहां खराब क्वालिटी के धान बचे हुए है नितेश अग्रवाल ने बताया कि मेरा खुद का डीओ गुरूवाईनडबरी के लिए कटा है जहाँ धान का एक दाना भी नही है तो हम ऐसे धान कहाँ से उठाए। वहीं इस मामले में बीजेपी नेत्री एवं जिला पंचायत सदस्य शीलू साहू ने राज्य सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस तरह से भूपेश सरकार अपनी सरकार को किसान हितैषी सरकार बताते है तो मुंगेली जिले में इतनी गड़बड़ी क्यों हो रही है खुड़िया खरीदी केंद्र में कोचिये सक्रिय रहते है सुरेठा में अवैध तरीके से शासकीय भूमि के नाम से धान की बिक्री हो जाती है ये सब किसके इशारे पर हो रहा है मृत व्यक्ति के नाम से धान बेच कर राधि आहरण कर लिया गया और दोषियों के विरुद्ध अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई। ये किसान हितैषी सरकार के इशारे में जनता के पैसे का दुरुपयोग हो रहा है। रवि शर्मा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भाजपा किसान मोर्चा ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में अपराध राजनीतिक संरक्षण में संस्थागत हो गए हैं जिसका ज्वलंत उदाहरण सुरेठा सोसाइटी घोटाला है इस प्रकरण में तहसील के आईडी से पंजीयन होने पर अपराध उद्भूत हो रहा है लेकिन तत्कालीन तहसीलदार पर अपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं किए जाने से संदेश जन्म ले रहे हैं यदि प्रशासन किसी भी दोषी को बचाने की कोशिश करेगा तो हम न्यायालय की शरण में जाने के लिए बाध्य होंगे।