दुर्गम मार्ग पेयजल आपूर्ति व्यवस्था विभिन्न मूलभूत सुविधाओं को लेकर गिरौदपुरी धाम मेला में श्रद्धालुओं को हुई अनेकों समस्याएं

दुर्गम मार्ग पेयजल आपूर्ति व्यवस्था विभिन्न मूलभूत सुविधाओं को लेकर गिरौदपुरी धाम मेला में श्रद्धालुओं को हुई अनेकों समस्याएं
     छत्तीसगढ़ महिमा बलौदाबाजार।14 मार्च 2022, 
छत्तीसगढ़ के महान संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा जी की जन्म कर्म तपो महिमा भूमि गिरौदपुरी धाम तहसील कसडोल जिला बलौदाबाजार में स्थित हैं।
जहां प्रति वर्ष फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष के पंचमी से सप्तमी तक त्रिदिवसीय वार्षिक भव्य विशाल संत समागम गुरू दर्शन मेला आयोजन किया जाता रहा हैं।
इस बार 7 से 9 मार्च तक आयोजित किया गया जिसमें कई लाखों से अधिक संख्या में विभिन्न स्थानों से प्रदेश भर देश विदेश से संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों ने गुरूगद्दी जोड़ा जैतखाम में मांथा टेक संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा जी से आशीर्वाद प्राप्त किए।
देश की आजादी के 75 वर्ष बीत गए और वर्तमान सरकार की 3 वर्ष पूर्ण 4 वर्ष प्रगतिरत होते हुए भी अन्य पर्यटन धार्मिक स्थल जैसे विकसित होने में विभिन्न मूलभूत सुविधाओं को लेकर आज भी गिरौदपुरी धाम उपेक्षित पिछड़ा हुआ हैं।
जबकि अन्य दिनों में सर्व समाज के विभिन्न स्थानों से संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों प्रति दिन सैकड़ों की संख्या में आवागमन करते रहते हैं।
जिनको सारंगढ़ मुख्य मार्ग पवनी से मडवा,नरधा से कौवाताल,सालिहा से राजादेवरी,बरपाली से मडवा, गीधौरी से टुण्ड्रा नरधा,व जिले महासमुंद के पिथौरा से बया महाराजी, सिरपुर से सोनाखान होते हुए गिरौदपुरी धाम पहुंच मुख्य मार्ग जगह - जगह गड्डे धूल जर्जर हालत में तब्दील हो चुका हैं जिनसे आए दिन ग्रामीण जनों संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों को विभिन्न समस्याओं जान जोखिम में डाल कर आवागमन करने पड़ते हैं। गिरौदपुरी धाम मेला आयोजन के समय नजदीक आते ही नाम मात्र चुक पालिश मरम्मत कर लोक निर्माण विभाग,प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना विभाग,अपना खाना पूर्ति करते आ रहे हैं।
अन्य पर्यटन धार्मिक स्थल जैसे सर्व सुविधा युक्त विकसित सुसज्जित गिरौदपुरी धाम छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े भव्य विशाल संत समागम गुरू दर्शन मेला होते हुए आज विभिन्न सुविधा को लेकर तरस रहे हैं।
करूणा माता जलाशय बांध तपो भूमि के नीचे,जन्म स्थली से लगा सफरामाता समाधी स्थल सरोवर तालाब में पर्याप्त पेय जल पीने स्नान शुद्धि करने संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों की सुविधाएं के लिए जल आपूर्ति व्यवस्था खस्ता हाल बांध तालाब दोनों के अलावा जोंक नदी सूखे हुए थे। जिनसे संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों को अनेकों समस्याओं से जूझना पड़ा।
आवागमन विकास कार्यों में अत्यंत पिछड़ा हुआ हैं महान संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा जी की जन्म कर्म तपो महिमा भूमि गिरौदपुरी धाम आज कल आखिर कब तक पूर्ण सुसज्जित स्वच्छ सर्व सुविधा युक्त विकसित होगा ये आम जनता के मन से बाते मांग होते रहे हैं उन्हे शासन प्रशासन से शीघ्र पहल कराने की आस लगा हुआ हैं।
करूणा माता जलाशयबांध से चरण कुण्ड तक कांक्रीटीकरण रोड निर्माण,अमृत कुण्ड से बघुवा मांडा होते पांच कुण्ड छाता पहाड़ मुख्य मार्ग तक सीढ़ी व कांक्रीटीकरण रोड पहुंच मार्ग निर्माण,पांच कुण्ड गुरूगद्दी  मंदिर से ऊपर पहाड़ी में स्थापित जोड़ा जैतखाम तक सीढ़ी निर्माण ये आवागमन के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
इसके अलावा संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों की छाया आश्रय स्थल सतनाम सत्संग भवन धर्मशाला यात्री प्रतीक्षालय निर्माण निम्नांकित मुख्य स्थानों पर निर्माण विकास कार्य कराए जाने की नितांत आवश्यकता हैं।
जिनमें चरण कुण्ड,अमृत कुण्ड, बघुवा मांडा,पांच कुण्ड, छाता पहाड़ के पास सतनाम सत्संग भवन यात्री प्रतीक्षालय धर्मशाला निर्माण कार्य आज तक नहीं होने से  गुरू दर्शन मेला में पहुंचे संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों को छाया आश्रय को लेकर विभिन्न समस्याओं से जूझना पड़ता रहा हैं। इसके अलावा दर्शनीय स्थल के मुख्य स्थानों में आवश्यक नवीन जरूरतमंद निर्माण विकास मरम्मत रंग रोगन कार्य कराने की अत्यंत आवश्यकता हैं। विद्युतीय करण व्यवस्था की पुख्ता इंतजाम किए जाने चाहिए जिनसे मुख्य तपो भूमि प्रवेश द्वार से जन्म भूमि तक गिरौदपुरी धाम के चारों ओर जग मग सुसज्जित स्वच्छ रख रखाव के साथ अंधेरा अव्यवस्था का आलम न हो।
त्रिदिवसीय वार्षिक भव्य विशाल संत समागम गुरू दर्शन मेला आयोजन संपन्न होने के बाद गुरू दर्शन मेला सहित दर्शनीय मुख्य स्थलों पर अस्वच्छता फैले हुए रहते हैं।
जहां स्वच्छता अभियान चला कर साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
दिल्ली के कूतुंबमीनार से ऊंचे नव निर्मित भव्य जैतखाम निर्माण कार्य शासन प्रशासन द्वारा किए गए पर उनके रख रखाव स्वच्छता विकास को लेकर विशेष पहल नहीं किए जा रहे हैं। चारों ओर हरे भरे पौधे गार्डन सौंदर्य करण, गुरू घासीदास बाबा जी की जीवन गाथा महिमा सत संदेश को प्रसारित करने संग्रहालय के साथ सुसज्जित होने की आवश्यकता हैं।
उक्त मूलभूत सुविधाओं को लेकर किसी का ध्यान जा नहीं रहा हैं आज तक कुछ पल के लिए चमक धमक कर वार्षिक गुरू दर्शन मेला आयोजन कर संतुष्ट किए जाते रहे हैं। संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों की सुविधाएं मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं।
आए दिन सोशल प्रिंट इलेक्ट्रानिक मीडिया की सुर्खियों में आते रहते हैं जिम्मेदार जन प्रतिनिधि विभागीय मंत्री शासन प्रशासन अपना नाम मात्र कार्य करा घोषणा कर श्रेय ले अपने में मद मस्त हो जाते हैं।
छत्तीसगढ़ के महान संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा जी की जन्म कर्म तपो महिमा भूमि गिरौदपुरी धाम पर्यटन धार्मिक स्थल व यहां दिल्ली के कूतुंबमीनार से ऊंचे नव निर्मित भव्य जैतखाम को देखने देश विदेश प्रदेश भर से विभिन्न स्थानों से संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों का प्रति दिन सैकड़ों और वार्षिक त्रिदिवसीय भव्य संत समागम गुरू दर्शन मेला में कई लाखों से अधिक संख्या में आवागमन करते रहते हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य की आन बान शान पर्यटन स्थल में सबसे बड़े वनांचल क्षेत्र मनोरम दृश्य से सुसज्जित है गिरौदपुरी धाम जिसको पूर्ण विकसित न कर छत्तीसगढ़ शासन प्रशासन द्वारा भी हमेशा अन्य पर्यटन स्थल जैसे विकसित न कर उपेक्षित किया जाता रहा हैं।
जिनका ताजा उदाहरण सबके सामने आइने की तरह तस्वीर साफ आंखो देखा हाल किसी से नहीं छिपा है।
प्रमुखता से खबर जनहित में रूबरू हो प्रकाशित समय वर किया जाता रहा हैं।
जिनसे आज नहीं तो कल गिरौदपुरी धाम पर्यटन धार्मिक स्थल की सर्व सुविधा युक्त विकसित कार्य को लेकर विशेष ध्यान आकर्षित हो और पूर्ण होते ही संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों को इनका लाभ मिल सके। देश की आजादी के 75 वर्ष बीतने के बाद भी आज भी लोगों को आस लगा हुआ हैं कि गिरौदपुरी धाम का पिछड़ा हुआ असुविधाओं को दूर कर जल्द विकसित सुसज्जित मूलभूत सुविधाएं मिलेगा।