बिलाईगढ़ की प्रथम महिला विधायक कविता प्राण लहरे निरंतर क्षेत्र की जनता के बीच सक्रिय


बिलाईगढ़ (छत्तीसगढ़ महिमा)। 24 जून 2014, नवीन सारंगढ़ - बिलाईगढ़ जिले की बिलाईगढ़ विधानसभा से श्रीमती कविता प्राण लहरे कांग्रेस की टिकट पर क्षेत्र की प्रथम महिला विधायक के रूप में नव निर्वाचित हुई। तब से क्षेत्र की आम जनता की समस्याओं को निराकरण करने निरंतर तत्पर रहती हैं, क्षेत्र की महिलाओं में उत्साह का माहौल बनी हुई हैं। पूर्व में चंद्रदेव प्रसाद राय बिलाईगढ़ के विधायक एवं संसदीय सचिव रहें वे श्रीमती लहरे के शिक्षक रह चुके हैं। 30 वर्षीय कविता लहरे का जन्म ग्राम झुमका हैं उनके दादा कुमार भारती अविभाजित मध्यप्रदेश भटगांव से विधायक रहें थे। राजनैतिक परिवार में जन्मी कविता ने अपने घर से ही राजनीति को बारीकी से देखा है। पेंड्रावन स्कूल से  ग्रेजुएशन कर सीवी रमन विश्वविद्यालय कोटा से 2020 में बीए स्नातक की डिग्री ली। उनका विवाह प्राण प्रसाद लहरे से हुआ जो शिक्षा विभाग में शिक्षक एलबी है। कविता लहरे ग्राम कोसमकुंडा तहसील सरसींवा जिला सारंगढ़– बिलाईगढ़ की रहने वाली हैं। कविता लहरे ने 2015 में पहली बार जिला पंचायत चुनाव लडी उन्हे हार का सामना करना पड़ा। जिला पंचायत सदस्य के पहले चुनाव में हारने के बाद वे दूसरी बार 2020 में जिला पंचायत सदस्य चुनाव जीती। वे जिला पंचायत की सभापति बनी। इसके साथ ही राजीव गांधी पंचायती राज में जिला कार्यकारिणी सदस्य रही। साथ ही सतनामी समाज गिरौदपुरी धाम की प्रदेशाध्यक्ष भी हैं। जिला पंचायत सदस्य रहते क्षेत्र में सक्रिय रही और गिरौदपुरी धाम की प्रदेश उपाध्यक्ष व सतनामी समाज की प्रदेशाध्यक्ष रही। निरंतर समाज जन सेवा में सक्रिय होते कविता प्राण लहरे ने अपनी लगन मेहनत से क्षेत्र की आम जनता के बीच लिकप्रियता हासिल की वहीं उनकी विधानसभा सभा की चुनाव में कामयाबी की मिशाल साबित हुई। उन्हें बिलाईगढ़ की प्रथम महिला विधायक होने की सौभाग्य के रूप में क्षेत्र की जन आशीर्वाद मिली।