ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति की हरदीबाजार कुम्हारपारा में पानी की किल्लत से जूझ रहे ग्रामीणों की संगठन के साथ बैठक में पेयजल की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने अपनी पीड़ा रखते हुए समाधान की गुहार लगाई थी। संगठन के पदाधिकारियों ने आश्वस्त किये थे और एसईसीएल दीपका प्रबन्धन को आवेदन किया था। जिस पर त्वरित कार्यवाही कर बोर खनन कराया गया। जिससे ग्रामीणों को पेयजल की समस्या से राहत मिलेगी। बोर मिलने पर मोहल्ले वासियों ने खुशी जाहिर की। बोर खनन के अवसर पर ऊर्जाधानी संगठन के सचिव विजयपाल सिंह तंवर, सहसचिव दीपक यादव,कोषाध्यक्ष रुद्र दास महंत, कार्यकारिणी सदस्य अनसुइया राठौर,जगदीश पटेल, मीडिया प्रभारी ललित महिलांगे,जनपद पंचायत सदस्य अनिल टण्डन सहित अन्य गणमान्य नागरिक गण अधिक संख्या में उपस्थित रहें। ऊर्जाधानी संगठन के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने बताया कि गर्मी के मौसम में खदान से प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल की किल्लत से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कोयला खदान की विस्तार और खनन कार्य को प्रबंधन के अधिकारियों द्वारा तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं।इस वजह से खदान की गहराई होने और साथ ही खदान में हैवी ब्लास्टिंग के कारण प्रभावित क्षेत्रों के गांवों में पानी की किल्लत से ग्रामीणों को जूझना पड़ रहा है। एसईसीएल प्रबंधन को गर्मी के दिनों में खास कर खदान से सटे हुए प्रभावित ग्रामों में शुद्ध पेयजल की उत्तम व्यवस्था करना उनकी दायित्व व जिम्मेदारी है।ग्रामीणों की मांग को लेकर साउथ ईस्ट कोलफील्ड लिमिटेड एसईसीएल दीपका प्रबंधन के समक्ष रखा गया। उन्होंने आगे बताया कि दीपका प्रबंधन ने पानी की समस्या को गंभीरतापूर्वक सुना और दीपका सीजीएम श्री सक्सेना ने अपने अधिकारियों को तत्काल बोर करने का दिशा निर्देश दिये। श्री कुलदीप ने कहा है, कि खदान से प्रभावित ग्रामीणों की बुनियादी सुविधाओं को दिलाने के लिए चौपाल कार्यक्रम के माध्यम से समस्याओ को संग्रहित किया जा रहा है। एसईसीएल तथा जिला प्रशासन को अवगत कराया जा रहा है। समस्याओं का समाधान नही होने पर ग्रामीणों को साथ लेकर आन्दोलन किया जा सकता है।