
उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रेक्षक (काउंटिंग आब्जर्वर) की भूमिका मतगणना के दौरान महत्वपूर्ण होती है। मतगणना संपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया का अंतिम पड़ाव है,इसलिए सभी की नजर इस पर केंद्रित होती है। मतगणना केंद्र पर पारदर्शी ढंग से मतगणना की प्रक्रिया पूर्ण हो,इसके लिए प्रेक्षक को निष्पक्ष और सभी प्रक्रियाओं से संबंधित जानकारी से परिपूर्ण होना चाहिए। प्रशिक्षण कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहें।
दी गई प्रेक्षकों को प्रशिक्षण
मास्टर ट्रेनर यू.एस.अग्रवाल, विनय अग्रवाल और रुपेश कुमार वर्मा ने मतगणना स्थल पर प्रेक्षक की भूमिका, ईटीपीबीएस व डाक मतपत्रों की गणना तथा ईवीएम से मतगणना संबंधी सभी बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दिया। मास्टर ट्रेनर्स ने मतगणना हाल में कितने टेबल और किस प्रकार लगाए जाने हैं,प्रत्याशी,उनके अधिकृत प्रतिनिधि और मतगणना अभिकर्ता कितने होंगे तथा किन स्थानों पर बैठेंगे,वीवीपैट की गणना के लिए कौन सा टेबल निर्धारित किया जाए,डाक मतपत्रों की गणना कहां हो,कौन सी सावधानियां बरतने की जरूरत है आदि कई महत्वपूर्ण विषयों पर भी जानकारी दिए ।