ग्रा.पं.कटौद के निस्तारी तालाब,खेल मैदान में पाटा जा रहा राखड़

Janjgir-champa News : निस्तारी तालाब एवं खेल मैदान में पाट दिया  राखड़
            श्याम बाई साहू 
सक्ति (छत्तीसगढ़ महिमा)। 25 मई 2024,
सक्ति जिले में राखड़ निपटान ठेकेदारों एवं ग्राम पंचायत  सरपंचों द्वारा गांव की निस्तारी तालाब और खेल मैदान नदी नाले को पाटा जा रहा है,मगर पर्यावरण विभाग केजिम्मेदार अधिकारियों को यहां झांकने तक की समय नहीं मिल रहा है। राखड़ पटाई का काम अब ग्राम पंचायतों में कमाई का जरिया बन गया हुआ है।
तहसील डभरा अंतर्गत ग्राम पंचायत कटौद के सरपंच सचिव द्वारा सुप्रीम कोर्ट के नियमों को ताक में रख कर पर्यावरण विभाग की नियमों का खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए गांव के निस्तारी तालाब और खेल मैदान में हजारों ट्रक राखड़ डंप कर दिया गया है। इससे खेल मैदान एवं तालाब का अस्तित्व ही खत्म होने की कगार में है। ग्राम पंचायत कटौद के सरपंच द्वारा गांव के निस्तारी तालाब गढ़खईया को राखड़ डाल कर पाटा गया है। अब गांव में निस्तारी की समस्या बढ़ गया है। ग्रामीण जनों को नहाने के लिए पानी नहीं मिल रहा है। सरपंच द्वारा अपने कमाई के लिए खसरा नंबर 265 में निर्मित तालाब जिसका क्षेत्रफल 3 एकड़ 65 डिसमिल है उसमे राखड़ डंप कर पटवा दिया गया है। गांव में निस्तारी की समस्या विकराल रूप धारण कर चुका है। 
एक तरफ सरकार जल संरक्षण के लिए नदी नाले तालाबों की अस्तित्व को बचाने का प्रयास कर रहा है तो दूसरी तरफ ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा गांव के सबसे पुराने तालाब गढ़खईया का अस्तित्व ही मिटाया जा रहा है। जबकि ग्राम कटौद के ग्रामीणों द्वारा लिखित शिकायत विधायक रामकुमार यादव एवं कलेक्टर एसपी, एसडीएम तहसीलदार थाना प्रभारी को 9 मई को दी जा चुकी है। इसके बाद भी अब तक जिला प्रशासन द्वारा कोई जांच कमेटी गठित नहीं की गई न हीं दोषियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई की गई है। जिसके कारण उनके हौसले और बुलंद होते जा रहे हैं, जबकि ग्रामीण कई बार जिला प्रशासन के अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। इसके बाद भी राखड़ माफिया के सामने जिला प्रशासन एवं पर्यावरण विभाग नतमस्तक हो कुम्भकरणी निद्रा में सोए हुए है। अगर यही स्थिति रही तो कुछ सालों में गांव के तालाब नदी नाले सब को पाट दिया जाएगा। इधर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लाखों रूपये खर्च कर तालाब का गहरीकरण एवं नया तालाब का निर्माण सौंदर्यकरण कराया जा रहा है। अलग - अलग विभागों से तालाब का निर्माण कराया गया है एक तरफ सरकार तालाब बना रही है, दूसरी तरफ सरपंच निस्तारी तालाब को जहरीले डस्ट से पाट रहे हैं। सरकार द्वारा गांव में ग्रामीण खेल प्रतिभा को निखारने के लिए मैदान बनवाया गया है मैदान के किनारे लगे हरे भरे वृक्षों को काट कर एवं खेल मैदान की खोदाई कर अधिक गड्ढे बना कर सरपंच सचिव द्वारा हजारों ट्रक राखड़ डालवाया जा चुका है।         
     क्या कहते हैं ग्राम कटौद की ग्रामीण
 इस संबंध में ग्राम पंचायत कटौद के ग्रामीण देव प्रसाद चंद्रा,महारथी चंद्रा,रामेश्वर लाल चंद्रा सहित कई लोगो ने कहा कि सरपंच द्वारा मनमानी करते हुए गांव की निस्तारी तालाब में हजारों ट्रिप राखड़ डाल दिया गया है एवं खेल मैदान में राखड़ डंप कर दिया गया है।
लगभग 07 फीट की ऊंचाई तक राखड़ पाटा गया है।
 हरे भरे पेड़ो की कटाई कर दी गई है जबकि इसके बारे में कलेक्टर,विधायक एसडीएम एवं अन्य उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका हैं। 
इसके बाद भी सरपंच के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई जबकि सरपंच द्वारा लगातार राखड़ को गांव में डंप किया जा रहा है। ग्रामीणों ने शीघ्र ही निस्तारी तालाब एवं खेल मैदान में डंप किए गए राखड़ को हटाने एवं सरपंच सचिव के विरूद्ध कार्रवाई करने की मांग की है।
     क्या कहते हैं तहसीलदार डभरा 
ग्राम कटौद के ग्रामीणों द्वारा शिकायत की गई थी शिकायत को गंभीरता से देखते हुए मौके का निरीक्षण किया गया। तालाब एवं खेल मैदान में राखड़ डंप करना पाया गया है। जिसमें सरपंच से दस्तावेज की मांग की गई, मगर ग्राम पंचायत से प्रस्ताव होने की बात उनके द्वारा कही गई हैं। पर्यावरण विभाग से बिना अनुमति राखड़ डंप किया गया है। अग्रिम कार्यवाही के लिए उच्च अधिकारियों को प्रतिवेदन भेजा गया है। यह कहना हैं 
डा.रवि राठौर तहसीलदार डभरा का।