रायपुर (छत्तीसगढ़ महिमा)।04 अक्तूबर 2023, छत्तीसगढ़ राज्य भाषा आयोग द्वारा 7 वां प्रांतीय सम्मेलन गत दिनों 23 सितंबर को आयोजित कार्यक्रम रायपुर में आदि कवि मनोहरदास नृसिह के तैल चित्र लगा कर उन्हे अपना मातृ भाषा छत्तीसगढ़ी के भूतपूर्व वरिष्ठ साहित्यकार के रूप में याद किया गया। मनोहरदास नृसिह आसाम प्रांत से छत्तीसगढ़ प्रदेश में आकर निवास कर छत्तीसगढ़ के महान संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा जी की जीवन महिमा चरित्र गाथा उनके सतोपदेश अमृतवाणी को सर्व प्रथम 1968 में सतनामायण ग्रंथ लेख कर प्रकाशित किया गया।
उन्हे सतनामी समाज के प्रथम आदि कवि माने जाते हैं।