युवा साहित्यकार डिजेन्द्र कुर्रे कोहिनूर को मिला छन्दमाल्य एवं कला कौशल साहित्य रत्न सम्मान

बसना (छत्तीसगढ़ महिमा)। 28 अप्रैल 2023, गत दिनों कला कौशल साहित्य संगम के वार्षिक अधिवेशन एवं सम्मान समारोह के पावन अवसर पर साहित्य छंद लेखन में उत्कृष्ट सृजन एवं छन्दमाल्य भाग 2 के काव्य संग्रह में उत्कृष्ट लेखन हेतु डिजेन्द्र कुर्रे कोहिनूर को छंद माल्य एवं कला कौशल साहित्य रत्न से सम्मानित किया गया। छन्दमाल्य पुस्तक का विमोचन भी हुआ।
इस सम्मान समारोह में रेशमा सूर्यवंशी नगर पंचायत अध्यक्ष बाराद्वार,अरुण तिवारी,रामेश्वर शर्मा वरिष्ठ साहित्यकार,संजय पांडेय वरिष्ठ साहित्यकार, गोप कुमार मिश्र,प्रतिभा प्रसाद कुमकुम, दिनेश दिनकर,मनीषा सहाय,अर्चना पाठक ,प्रतिभा त्रिपाठी,विजय तिवारी,संतोषी श्रद्धा महन्त,कौशल महन्त,कुमार कारनिक, जगबंधु यादव एवं प्रेमचंद साव मुख्य रूप से उपस्थित रहे। कला कौशल के स्थापना दिवस के पावन अवसर पर प्रथम सत्र में छंद माल्य का कार्यक्रम पूरे सत्र छंद में ही चला जो छत्तीसगढ़ में पहला ऐसा कार्यक्रम है जो पूरी सत्र छंद पर चर्चा,छंद पर प्रस्तुति छंद  में ही परिचय एवं छंद में ही आभार व्यक्त किया गया। द्वितीय सत्र में महिमा वीर नारायण पुस्तक का विमोचन हुआ।इसमें साझा संकलन में शामिल होने वाले साहित्यकार हजारी लाल कुर्रे, डॉ हेमन्त खटकर, सीमारानी प्रधान,गंगाशरण पासी, मानक दास,मणिशंकर दीवाकर, डिजेन्द्र कुर्रे,प्रेमचंद साव,रमेश कुमार रसियार, वेदप्रकाश खांडेकर,मनीलाल पटेल, ननकी पात्रे, महेतरु मधुकर,सुरेश चंद्र,हरिराम साव, आनंदराम चौहान,लक्ष्मण पटेल, मुकेश चतुर्वेदी मीर, मोहन,विमला माहेश्वरी,ओम प्रकाश पात्रे, बनारसी यादव,जयराम पटेल एवं और कई साहित्यकारों की रचना सम्मिलित है। सभी साहित्यकारों को शाल श्रीफल स्मृति चिन्ह प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।