पलारी (छत्तीसगढ़ महिमा)। 23 अप्रैल 2023, बलौदा बाजार कलेक्टर रजत बंसल ने धार्मिक पर्यटन स्थल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पलारी विकास खंड अन्तर्गत स्थित ग्राम तेलासीपुरी धाम पहुंच कर निरीक्षण किया। उन्होंने सतनामी समाज के प्राचीन ऐतिहासिक धरोहरों में प्रमुख तेलासीपुरी धाम के इतिहास के बारे में सामाजिक जन प्रतिनिधियों से चर्चा कर इसे प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए।
सामाजिक जन प्रतिनिधियों के मांग के अनुरूप तेलासी बाड़ा के विकास कार्य व सर्वोच्च गुरु अस्करण दास साहेब व राजमहंत नैनदास कुरें की प्रतिमा का अनावरण तथा प्राचीन समय में तेलासी बाड़ा मुक्ति आन्दोलन के सभी जेल यात्रियों का नामकरण व रंगमंच, प्रथम तल व द्वितीय तल में सराय,सुलभ शौचालय निर्माण के साथ ही पानी टंकी की पर्याप्त व्यवस्था की जायेगी। इस दौरान सयुक्त कलेक्टर व सहायक आयुक्त मिथलेश डोंडे, जनपद पंचायत पलारी सीईओ रोहित नायक, मंडल संयोजक एन.पी बांधे.सुखौ राम व मंदिर पुजारी दर्शन सहित सामाजिक प्रतिनिधि गण उपस्थित थे।
तेलासीपुरी का ऐतिहासिक महत्व
जिला मुख्यालय बलौदा बाजार से 35 किलोमीटर दूर भैसा से आरंग मार्ग में ग्राम तेलासी स्थित है। जो छत्तीसगढ़ के महान संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा जी की प्रथम सुपुत्र संत गुरू अमर दास की तपोभूमि है, जिसे स्थानीय लोग तेलासी बाड़ा भी कहते हैं। सतनाम पंथ के लोगों के लिए यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। 1840 के लगभग तेलासी बाड़ा का निर्माण गुरु घासीदास के द्वितीय पुत्र राजागुरु बालक दास जी के द्वारा कराया गया और उनका तेलासी बाड़ा में जीवन यापन चलता रहा। राजागुरु बालक दास के बलिदान हो जाने के बाद 1911 में तेलासी के साथ 273 एकड़ जमीन गणेशमल के पास गिरवी के द्वारा काबिज किया गया था,जिसे समाज के सर्वोच्च गुरु असकरण दास एवं राजमहंत नैन दास कुर्रे के नेतृत्व में समाज के 103 लोग जेल गए थे। इसी नेतृत्व में 27 अप्रैल 1986 को मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा द्वारा उक्त जमीन समाज को देने का निर्णय लिया गया जो कि आज भी प्राचीन ऐतिहासिक धरोहर के रूप में स्थापित है। जहां प्रति वर्ष विजय दशमी दशहरा पर्व के समय विशाल भव्य संत समागम गुरू दर्शन मेला लगता हैं।
जिसमें छत्तीसगढ़ प्रदेश के अलावा अन्य प्रदेश में निवासरत सतनाम धर्म के अनुयायी लाखों से अधिक संख्या में शामिल हो गुरू दर्शन का लाभ प्राप्त करते हैं।