अरविंद कुमार, स्टेट ब्यूरो चीफ,छत्तीसगढ़
मुंगेली / छत्तीसगढ़ महिमा / माध्यान्ह भोजन रसोईया संयुक्त महासंघ छ.ग. के द्वारा विगत कई वर्षों से अपनी निम्न मांगो को लेकर लगातार शासन प्रशासन के समक्ष ज्ञापन प्रस्तुत किया गया है । जब भाजपा की सरकार थे तब भी समस्त रसोईसा श्रमिक भाजपा के शासन काल में दिनांक 22/02/2018, को 72 दिनों का अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे थे , कांग्रेस क्षेत्रीय विधायको द्वारा धरना स्थलो पर आकर वादा किया गया था, कि हमारी सरकार आने पर समस्त रसोईया श्रमिको को कलेक्टर दर पर राशि बढ़ोत्तरी कर दिलाया जायेगा , लेकिन सरकार को छ.ग. में आये 04 वर्ष पूरा होने को है , अभी तक रसोईया श्रमिको के मानदेय में कलेक्टर दर के हिसाब से कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है । इस भीषण महगाई के दौर में रसोईया श्रमिको को सिर्फ 1500 / - रूपये की मानदेय राशि शासन प्रशासन द्वारा प्रप्त हो रहा है । जो कि इस मंहगाई के दौर में अत्यंत कम है , जिससे रसोईया श्रमिको को अपना व अपने परिवार का पालन पोषण करने में काफी दिक्कते हो रही है । वर्तमान में राज्य में प्राथमिक शाला , माध्यमिक शाला में कुल गांव 771 में कार्यरत रसोईया श्रमिक लगभग 4000 श्रमिक है,आगामी वर्ष में चुनाव होने है , रसोईया संघ का कहना है यदि समस्त मांगो को मान लिया जाता है तो संघ के समस्त रसोईया श्रमिको द्वारा जिस तरह वर्ष 2018 के चुनाव के दौरान अपना बहुमत / वोट देकर आपकी सरकार बनाने मे सहयोग प्रदान किया गया था,उसी प्रकार आगामी चुनाव में भी संघ के समस्त रसोईया श्रमिक आपकी सरकार को वापस लाने में अपना बहुमत / वोट देकर आपका सहयोग करेंगे। वही पिछले कई दिनों से मध्यान्ह भोजन रसोइया संघ मुंगेली द्वारा कलेक्ट्रेट के सामने, हड़ताल में बैठे है।
रसोईया संघ की मांग
समस्त रसोईया श्रमिको को 1500 / - रूपये के स्थान पर प्रतिमाह कलेक्टर दर पर मानदेय राशि प्रदाय किया जावे। समस्त रसोईया श्रमिको को जो 300 / - रूपये की वृद्धि की गई थी , उसे एरियर्स के रूप में प्रदाय किया जावे। बिना किसी कारण के रसोईया श्रमिको को उनके कार्य से बाहर निकाल दिया जाता है , उस पर भी रोक लगाई जायें ।कई दिन बीतने के बाद कोई सुध नही, अब दबी जुबान चक्काजाम की तैयारी में है, उक्त जानकारी आवेदक उमाशंकर अनंत ,जिलाध्यक्ष, मुंगेली मध्यान भोजन रसोईया संघ द्वारा मुख्यमंत्री के नाम,कलेक्टर को सौपे ज्ञापन में है।