बिलाईगढ़ विधानसभा में एक ऐसा गांव जहां आजादी के 75 वर्ष बीतने के बाद भी आज तक नहीं बना सड़क

  बिलाईगढ़ (छत्तीसगढ़ महिमा)। 29 अक्तूबर 2022,
नवीन जिला सारंगढ़ - बिलाईगढ़ के विकास खण्ड बिलाईगढ़ के ग्राम पंचायत करबाडबरी में अनुसूचित जाति बहुलता में निवासरत हैं। जहां की मूलभूत सुविधाओं आवागमन की मुख्य समस्याओं को लेकर गत दिनों भीम रेजिमेंट ने किया सड़क निर्माण की मांग।
देश को आजाद हुए 7 दशक बीत चुके हैं और देश डिजिटल इंडिया की तरफ बढ़ रहा है पर कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां आज भी विकास की किरण नहीं पहुंचा है। ऐसा ही हाल जनपद पंचायत बिलाईगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत मुख्यालय करबाडबरी का है। जहां आजादी के 7 दशक बीतने के बाद भी गांव तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क नहीं बनी है। गांव में सड़क न होने के कारण ग्रामीणों जनों छात्र छात्राओं आम जनता को बारिश के समय कीचड़ पानी जल भराव और बाकी समय धूल जर्जर हालत से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता रहा है, जबकि इस गांव की दूरी ब्लॉक मुख्यालय से मात्र 5 किलोमीटर है। सड़क कब तक आएगी,इसकी जानकारी न ग्रामीणों को है,न शासन प्रशासन को और ना ही जनता के प्रतिनिधियों को। कई बार ग्रामीण इस मामले को लेकर क्षेत्रीय विधायक से लेकर सांसद तक गए,लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। वही इस सड़क समस्या को लेकर ग्रामीणों ने भीम रेजिमेंट प्रदेश कार्यकारिणी संयोजक मनीष चेलक को अवगत कराया। जहां श्री चेलक ने जिलाध्यक्ष स्टूडेंट यूनियन बिरेंद्र कमल एवं कुछ ग्रामीणों के साथ एसडीएम बिलाईगढ़ को कच्ची को पक्की सड़क निर्माण के लिए ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में 1 सप्ताह के भीतर सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ करने की मांग की गई हैं। आवेदन में 1 सप्ताह के भीतर निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी गई हैं।
इसके अलावा सारंगढ़ मुख्य मार्ग पवनी और दुम्हानी मोड़ से गोविंदवन होते हुए विधान सभा क्षेत्र बिलाईगढ़ मुख्यालय पहुंच मार्ग अत्यंत जर्जर हालत में तब्दील हो चुका हैं,जहां आम जनता छात्र छात्राओं राहगीरों को पैदाल और वाहनों में आवागमन करने में विभिन्न समस्याओं से जूझना पड़ता रहा हैं। जिसको गंभीरता से लेकर भीम रेजिमेंट द्वारा पैदल यात्रा कर विरोध प्रदर्शन कर शीघ्र सुगम सड़क निर्माण कराने की मांग किया गया था। पर शासन प्रशासन द्वारा आज तक कोई सुध नहीं लिया गया हैं। विधान सभा क्षेत्र बिलाईगढ़ के कई ऐसे छोटे बड़े गांव हैं जहां देश के आजादी के 75 वर्ष बाद भी  कच्ची सड़क से गुजर होते रहे हैं पर पक्की सड़क निर्माण कब बनेगा ये आस आम जनता के मन में उम्मीद बना हुआ हैं। जिसको गंभीरता से लेते हुए जन प्रतिनिधियों शासन प्रशासन द्वारा विशेष पहल किया जाना चाहिए।
ताकि विकास कार्यों में  आवागम के असुविधाओं कारण पिछड़ा गांव का विकास में प्रगति हो सके।