बिलाईगढ़ (छत्तीसगढ़ महिमा)। 29 सितंबर 2022, नवीन जिला सारंगढ़ - बिलाईगढ़ के जनपद पंचायत बिलाईगढ़ के ग्राम पंचायत परसाडीह सरपंच दीपेंद्र कुमार जाटवर सचिव मयाधर बरिहा द्वारा ग्राम विकास में भ्रष्टाचार कर जनहित कार्यों को प्रभावित किए जाने पर उप सरपंच मोहन लाल जांगड़े ने उनके खिलाफ मोर्चा खोलते हुए चंद्रदेव प्रसाद राय विधायक बिलाईगढ़ एवं संसदीय सचिव छ.ग.शासन के समक्ष लिखित पत्र दे जांच कार्यवाही करने मांग किया था।
जिसको गंभीरता से लेते हुए संसदीय सचिव श्री राय ने अनुभागीय दंडाधिकारी राजस्व बिलाईगढ़ को तत्काल जांच करवाई करने निर्देश दिए थे।
गत दिनों 27 सितंबर 2022 को जांच अधिकारी श्याम लाल चेलक करारोपण अधिकारी,सब इंजीनियर यादव एक और सहयोगी के साथ जांच कमेटी में तीन लोग ग्राम पंचायत भवन परसाडीह पहुंचे। उप सरपंच मोहन लाल जांगड़े द्वारा किए शिकायत की 10 बिंदुवार शिकायत की जांच की गई, जिसमें सरपंच सचिव पूर्ण जवाब नहीं दे सके सरपंच सचिव एक पंच और पंच प्रतिनिधि जांच के दौरान उपस्थित हो उनके सवाल पर जवाब दी।
उप सरपंच मोहन लाल जांगड़े ने अपने 10 बिंदु पर जवाब देते हुए सरपंच सचिव को घेरा। जांच अधिकारियों ने शिकायत की बिंदूवर जांच कार्यवाही करने हुए ग्राम पंचायत की सभी दस्तावेज को जांच की जिसमें सरपंच सचिव की ग्राम पंचायत के विकास में किए भ्रष्टाचार की पोल खुल गई। जांच अधिकारियों ने सरपंच सचिव की जवाब से संतुष्ट हो कर पुरे ग्राम पंचायत की रजिस्टर खाते को जप्त कर अपने साथ ले गए। रोजगार सहायक और 7 पंच जांच करवाई के दौरान अनुपस्थित रहे। जांच अधिकारियों के समुख ग्राम पटेल दिलावर सिंह टंडन, कोटवार पुनीदास मानिकपुरी,पूर्व सरपंच श्याम लाल जांगड़े,सुधीर मिरी पंच,पंच प्रतिनिधि जितेंद्र जाटवर, ग्राम वासियों में विष्णु जाटवर, विजय मिरी,जितेंद्र कुमार जांगड़े सहित ग्राम वासियों की उपस्थिति में निम्नांकित 10 बिंदु पर जांच कार्यवाही की गई। (1) सरपंच सचिव द्वारा ग्राम पंचायत और ग्राम सभा की बैठक नहीं लिया जाना। ( 2) ग्राम पंचायत की किसी भी आय व्याय की जानकारी नहीं दिया जाना। (3) 15 वें वित्त राशि का 2020 से 2022 तक की कोई जानकारी न दे मनमाने ढंग से दुरूपयोग किया जाना। (4) करोना काल में प्रवासी मजदूरों के नाम पर कम खर्च कर अधिक राशियों का फर्जी ढंग से दुरूपयोग किया जाना। (5) ग्राम पंचायत द्वारा मछली पालन करने ठेका में दिए आय को सरपंच दीपेंद्र कुमार जाटवर द्वारा गमन करना। (6) शासन प्रशासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं द्वारा ग्राम पंचायत में आए राशियों को बिना प्रस्ताव किए सरपंच सचिव द्वारा मिलीभगत कर दुरूपयोग करना। (7) मनरेगा योजना अंतर्गत हुए कार्यों में अपने निजी रिस्तेदारों का मास्टर रोल में फर्जी नाम दर्ज कर शासन प्रशासन की राशियों का दुरूपयोग किया जाना। (8) शासकीय जीर्णोद्धार भवन को तोड कर उसमें का पुराने पत्थर सरिया को नवीन निर्माण कार्यों में दुरोपयोग किया जाना। (9) सार्वजनिक स्थलों गली मुहल्ले नालियों की साफ सफाई के नाम से खानापूर्ति किया जाना और पानी निकासी नहीं होने से अस्वच्छता फैले होना। (10) ग्राम पंचायत भवन में एचपी, इंडेन गैस एजेंसी गोडाउन च्वाइस सेंटर संचालित सरपंच दीपेंद्र कुमार जाटवर द्वारा किया जाना। मौके पर जांच कार्यवाही से सरपंच दीपेंद्र कुमार जाटवर, मयाधर बरिहा सचिव की ग्राम पंचायत की जनहित विकास कार्यों में किए गए भ्रष्टाचार की पोल ग्राम वासियों के बीच खोल कर रख दी।