लक्ष्मी नारायण लहरे
कोसीर (छत्तीसगढ़ महिमा)। 21 सितंबर 2022,
कोसीर मुख्यालय नया बस्ती से 2 बच्चे सुबह से लापता हुए थे वे देर शाम गोपालपुर में मिले। जिले के तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा के मार्गदर्शन व सारंगढ़ एसडीओपी प्रभात पटेल की अगुवाई में सारंगढ़, कोसीर,सरसींवा पुलिस की संयुक्त कार्यवाही से दोनों बच्चे कोसीर थाना सकुशल पहुंचे। देर रात को कोसीर पुलिस ने उनके परिवार को दोनों बच्चों को सौंप दिए सुबह बच्चों की सौपने की कार्यवाही पूरी कर ली गई।बच्चे उसके परिवार के साथ हैं बच्चों के परिवार वाले और उनके पिता गुरुबारु सोनी ने पुलिस विभाग का आभार जताया। बच्चे कैसे घर से बिना बताए निकल पड़े थे और लापता हुए यह बात लोगों के समझ में तब आया जब बच्चों के पिता ने पूरी कहानी बताई क्या है पूरा मामला कोसीर नया बस्ती निवासी गुरुबारु सोनी अपने पत्नी के साथ इलाज के लिए 16 सितम्बर को रायगढ गया था। घर में उनके परिवार के साथ उनके बच्चे थे।उनके माता पिता के अनुपस्थिति में गत दिनों 17 सितम्बर को उनके 11 वर्षीय पुत्री प्रीति और छोटा पुत्र मंजीत सायकल लेकर निकल गए जिसका आभास घर में रह रहे लोगों को पता नहीं चला वे घर में इधर - उधर बच्चों को नहीं देख पाए तो इसकी खबर कोसीर पुलिस को देना उचित समझे और गुरुबारु का बड़ा बेटा सतपाल अपने भाई - बहन की लापता सूचना कोसीर पुलिस को दे दी। जिस पर कोसीर थाना प्रभारी निरीक्षक रुपेन्द्र नारायण साय ने सूचना पर अपने बड़े अधिकारियों को जानकारी देते हुए पालक के सूचना के आधार पर कोसीर थाना में गुम इंसान क्रमांक 25 /2022 अप.क्रमांक 201/2022 धारा 363 भादवि एवं गुम इंसान क्रमांक 26/2022 अप. क्रमांक 202/2022 धारा 363 भादवि की धारा पंजीबद्ध किया गया और बच्चों की खोज - बिन शुरू किया गया। बच्चों की लापता की घटना बड़ी बात थी इस घटना को लेकर सारंगढ़ पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा ने संज्ञान लेते हुए दोपहर से पहले इन बच्चों को ढूंढने के लिए एक संयुक्त टीम का गठन कर सारंगढ़,कोसीर और सरसींवा पुलिस को जिम्मेदारी दे दी वही बच्चों का फोटो भी सोशल मीडिया और खबरों के माध्यम से वायरल किया गया ताकि बच्चे जल्द से जल्द मिल सके और संयुक्त टीम अपनी पूरी जिम्मेदारी से काम में जुट गई। वही लगभग 7 बजे आस - पास ये बच्चे सरसींवा थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव में मिले तब पुलिस विभाग ने राहत की सांस ली और फिर इन बच्चों को सरसींवा गोपालपुर से कोसीर थाना लाया गया और उनके परिवार को बच्चे मिलने की खबर बताया गया। यह पहला ऐसा मामला था जिसमें सारंगढ़ जिला के पूरा पुलिस विभाग अपनी सक्रियता से खोज को में जुट कर सुबह निकले बच्चों को देर शाम तक ढूंढ कर उनके परिवार को सौंप दिए। इस कार्यवाही से पूरे जिले में पुलिस विभाग की चर्चा होने लगीं और उनके इस कार्य के लिए सोशल मीडिया में बधाइयां भी दी गई।
बच्चों के पिता का माने तो ये बच्चे अपने माँ को नहीं देख पाए तो घर से निकल गए थे इन्हें पता ही नहीं चला कि ये गांव से बाहर निकल गए है और रास्ता भटक कर चले गए थे। गुम की खबर पाकर गुरबारु सोनी रायगढ से कोसीर शाम तक पहुंच गया था और बच्चे उनके साथ में हैं। कोसीर पुलिस ने अपने थाना क्षेत्र की घटना को लेकर सख्ते में आ गई थी वही कोसीर थाना प्रभारी निरीक्षक रुपेन्द्र नारायण साय की मार्गदर्शन में कोसीर पुलिस अलग - अलग टीम में में बना कर खोज में जुटी थी। सहायक उप निरीक्षक शिवनाथ टंडन,अंजान सिंग कंवर,आरक्षक सुरेश बर्मन,डिलेश्वर नेताम सभी स्टॉप ने जी तोड़ मेहनत किये जब बच्चें मिले तो राहत के सांस लिए। बच्चों को पा कर परिवार में खुशी है ।