परसाडीह सरपंच दीपेंद्र कुमार जाटवर की भ्रष्टाचार पर संसदीय सचिव राय ने दिए जांच करवाई करने के निर्देश

    बिलाईगढ़ (छत्तीसगढ़ महिमा ) 31 अगस्त 2022, विधान सभा क्षेत्र बिलाईगढ़ अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत परसाडीह सरपंच दीपेंद्र कुमार जाटवर द्वारा ग्राम विकास की कार्यों में घोर अनियमितता बरती गई हैं जो किसी से नहीं छिपा है। लगातार प्रिंट सोशल इलेक्ट्रानिक मीडिया की सुर्ख़ियो में आ रहे हैं।
बढ़ते भ्रष्टाचार को लेकर उप सरपंच मोहन लाल जांगड़े ने सरपंच के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उनके काली करतूतें ग्राम विकास जनहित कार्य प्रभावित होने पर बिलाईगढ़ विधायक एवं संसदीय सचिव चंद्रदेव प्रसाद राय को लिखित पत्र सौंप कर अवगत कराते हुए उच्च स्तरीय जांच करा शख्त कार्यवाही करने की मांग किया गया हैं। जिस पर श्री राय ने एसडीएम सीईओ बिलाईगढ़ को शीघ्र जांच करवाई करने की फटकार लगाई है। सरपंच दीपेंद्र कुमार जाटवर द्वारा अपने आस्था स्व सहायता समूह परसाडीह के द्वारा 03 ग्राम पंचायत में खाद्य सोसायटी संचालित मनमानी तरीके से किए जा रहे हैं। जिसमें ग्राम पंचायत कैथा, परसाडीह, सोनाडूला शामिल हैं इसके अलावा शासकीय ग्राम पंचायत भवन, उचित की मूल्य दुकान में एच पी, इंडेन गैस एजेंसी गोडाउन के साथ चवाइस सेंटर संचालित कर शासकीय भवन को कब्जा कर निजी भवन जैसे उपयोग कर अपने स्वार्थ सिद्ध करने दुकानदारी के रूप में मनमाने ढंग से चला रहे हैं। ग्राम पंचायत की जनहित विकास कार्यों को लेकर नाम मात्र कार्य दिखावे कर खानापूर्ति कर गुणवत्ता हिन कार्य कर भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं। जिसकी उच्च स्तरीय जांच करवाई होने से और बड़ी गड़बड़ी की खुलासा होने की संभावना जताई जा रही हैं। क्षेत्रीय विधायक एवं संसदीय सचिव चंद्रदेव प्रसाद राय ने खाद्य अधिकारी बिलाईगढ़ को ग्राम पंचायत कैथा, परसाडीह, सोनाडूला को निरस्त कर अन्य समूह को खाद्य सोसायटी संचालित के निर्देश दिए हैं।
उप सरपंच मोहन लाल जांगड़े ने बताया कि सरपंच दीपेंद्र कुमार जाटवर द्वारा अपने आस्था महिला स्व सहायता समूह द्वारा संचालित खाद्य सोसायटी में कई बार हेरा फेरी गड़बड़ी की खुलासा हुआ हैं।
जिसको गंभीरता से लेते हुए विधायक एवं संसदीय सचिव चंद्रदेव प्रसाद राय ने निरस्त कर सरपंच दीपेंद्र कुमार जाटवर द्वारा लंबे समय से उक्त ग्राम पंचायत में संचालित खाद्य सोसायटी में किए गए गड़बड़ी की जांच करा कारवाही के लिए निर्देश दिए हैं।
संबंधित विभागीय अधिकारियों की विलंब से चल रहे सूक्ष्म जांच करवाई प्रक्रिया से सरपंच के हौसले बुलंद हो गए हैं और कहते फिर रहे हैं कि कोई हमारा क्या कर लेगा। शिकवा शिकायत कर क्या होगा आज पैसा में कैसा हम हम है बाकी पानी कम हैं कहते हुए अनुशासन हीनता भाषा की उपयोग करते कोई परहेज नहीं किया जा रहा हैं। अब भ्रष्टाचारी सरपंच ऊपर सख्त कार्यवाही किए जाने की बांट जो रहे हैं।