छत्तीसगढ़ में साकार हो रहा है संत गुरू घासीदास बाबा का ‘मनखे-मनखे एक समान‘ का संदेश: श्री अकबर

      छत्तीसगढ़ महिमा कबीरधाम। 19 अप्रैल 2022,
वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तथा कवर्धा विधायक  मोहम्मद अकबर ने 16 अप्रैल विगत दिनों कबीरधाम जिले के ग्राम बरबसपुर में आयोजित तीन दिवसीय संत गुरू घासीदास बाबा जी की संत समागम गुरू दर्शन मेला को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में संत गुरू बाबा घासीदास का ‘मनखे-मनखे एक समान‘ का संदेश साकार हो रहा है। श्री अकबर ने संत गुरू घासीदास बाबा के मंदिर में पहुंच कर श्रद्धापूर्वक पूजा-अर्चना की तथा प्रदेश की खुशहाली के लिए कामना की।
 कैबिनेट मंत्री श्री अकबर का संत समागम गुरू दर्शन मेला में शामिल सामाजिक बंधुओं द्वारा पगड़ी पहना कर अभूतपूर्व स्वागत किया गया।
        पण्डवानी और पंथी नृतक दल को 25-25 हजार रूपए देने सहित नवीन खाद्य गोदाम बनाने की घोषणा की
    श्री अकबर ने संत समागम गुरू दर्शन मेला में कहा कि जहां संतों का आगमन होता है उस स्थल का महत्व और उसकी ख्याति अपने आप बढ़ जाती है।
 इस आयोजन के लिए मैं समाज को बधाई देता हूं। 
मंत्री श्री अकबर ने संत समागम गुरू दर्शन मेला आयोजन समिति के आग्रह पर सौगातों की झड़ी लगा दी। श्री अकबर ने सामाजिक उत्थान के लिए 5 लाख रूपए देने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने पंथी नृतक दल को 25 हजार रूपए,लोक गायिका पांडवानी समूह को 25 हजार रूपए,करूणा माता समिति को 25 हजार रूपए,ग्राम में गोधन न्याय योजना के तहत पंजीकृत गोबर खरीदी समिति को 25 हजार रूपए देने की घोषणा की। उन्होंने समाज के लोगों की मांग पर गांव में नवीन खाद्य गोदाम भवन निर्माण कार्य भी करवाने की घोषणा किया। श्री अकबर ने सतनाम समाज के समाजिक सहयोग की भावना का स्मरण करते हुए कहा कि इस समाज से मुझे सदैव भरपूर सहयोग मिलता रहा है।
 उन्होंने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरूआती दौर विरेन्द्र नगर से लेकर पंडरिया और कवर्धा विधानसभा क्षेत्र सफर का स्मरण भी किया। श्री अकबर ने संत समागम गुरू दर्शन मेला मंच के माध्यम से राज्य निर्माण के दौरान छत्तीसगढ़ की पहली सरकार के द्वारा संत गुरू घासीदास बाबा के पवित्र जन्म स्थल गिरौदपुरी धाम की ख्याति बढ़ाने लिए तत्कालीन फैसलों का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में संत गुरू घासीदास बाबा का जन्म स्थल गिरौदपुरी धाम प्रदेश में समाजिक समरसता,एकता और अखंडता का संदेश देते हुए एक दर्शनीय, जन आस्था और पर्यटन स्थल के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। उन्होंने बताया कि तत्कालीन प्रथम राज्य सरकार में वे भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल थे। तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व.श्री अजीत जोगी जी द्वारा गिरौदपुरी धाम की ख्याति को और आगे बढ़ाने के लिए संत गुरू घासीदास बाबा के पवित्र जन्म स्थल पर कुतुबमीनार से भी ऊंचा जैतखाम बनाने का निर्णय लिया गया। आज उस स्थल पर संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा के सामाजिक समरसता का संदेश देते हुए गगन चूमता जैतखाम विद्यमान है। उन्होंने समाज को भरोसा दिलाया कि वे समाज के उत्थान की दिशा में हमेशा तत्पर रहेंगे। इस अवसर पर अध्यक्ष एवं राजमंहत रूपचंद मोहले ने बताया कि ग्राम बरबसपुर में प्रतिवर्ष संत गुरू घासीदास बाबा जी का संत समागम गुरू दर्शन मेला का आयोजन होता आ रहा है। इस पावन ग्राम की भूमि पर संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा के एक भव्य मंदिर का निर्माण समाज एवं ग्रामवासियों द्वारा किया गया है। 
इस संत समागम मेला में समाजिक गुरूओं एवं संतों का आगमन होता है। मंदिर पर 14 वर्ष से पहले कलश ज्योति की स्थापना की गई थी। संत समागम गुरू दर्शन मेला में उपाध्यक्ष एवं जनपद सदस्य पंचू कोसरिया, अगमदास अनंत,भजन पोर्ते,शिवप्रसाद कोसरिया, किशन बंजारे,अंजोर दास मोहले,शीतल दास,सरपंच श्रीमती रूपाबाई बंजारे,लालचंद मोहले सहित समाजिक कार्यकर्ता गणमान्य नागरिक गण अधिक संख्या में उपस्थित रहे थे।