परसाडीह में पंचायत भवन नहर की शासकीय भूमि पर अतिक्रमण से विभिन्न जनहित कार्य प्रभावित

  छत्तीसगढ़ महिमा बलौदाबाजार। 25 अप्रैल 2022, जिले बलौदाबाजार के विधान सभा क्षेत्र बिलाईगढ़ अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत परसाडीह में ग्राम पंचायत भवन के पीछे और बाजू मुख्य मार्ग नहर से लगे शासकीय भूमि को गांव के कुछेक लोगों द्वारा अपने स्वार्थ सिद्ध करने बेजा कब्जा कर मकान निर्माण बड़ी बना गांव की जनहित विकास कार्यों को प्रभावित किया जा रहा हैं। जल संसाधन विभाग द्वारा जोंक नदी के नहर नाली क्रमांक 12 को निर्माण की गई हैं जो ग्राम पंचायत कैथा से परसाडीह होते देवरहा मिर्चिद नगरदा महानदी की ओर गई हैं। जिसमें परसाडीह के ग्राम पंचायत भवन से लगे हुए नहर किनारे कुछेक लोगों द्वारा अपने स्वार्थ सिद्ध कर मकान व बाड़ी बनाई गई हैं। जिनसे ग्रामीण जनों छात्र छात्राओं आम जनता की आवागमन निस्तारी प्रभावित हो रहे हैं। प्राप्त जानकारी अनुसार मौके पर अतिक्रमण कारियों की पता चला है कि अक्षय कुमार टंडन पिता राम दुलार द्वारा जल संसाधन विभाग नहर की शासकीय भूमि को खोदाई कर आंगन व बाड़ी बना अवैध रूप से बिजली खंबे गाड़े गए हैं। पंचायत भवन के बाजू बेजा कब्जा कर मकान निर्माण की गई हैं।
इसी तरह मुख्य मार्ग पुलिया से लगे नहर पार को बेजा कब्जा कर धनसाय जाटवर पिता मंगलू द्वारा बाड़ी दुकान   बनाया गया है। जिनसे ग्रामीण जन किसानों छात्र छात्राओं को आवागमन निस्तारी करने में विभिन्न परेशानियों की सामना करना पड़ रहा हैं।
इन्हीं लोगों जैसे ग्राम पंचायत भवन के पीछे मुख्य मार्ग नाली से लगे शासकीय भूमि पर गोरे लाल जांगड़े पिता गजानंद जांगड़े द्वारा मकान निर्माण और धनसाय जांगड़े ने बाड़ी बना बेजा कब्जा कर गांव के निस्तारी जनहित कार्यों को प्रभावित किया जा रहा हैं। तस्वीरें बयां कर रहे हैं उनकी अनियमितता शासन प्रशासन की अवहेलना कार्यों को। यह ग्राम पंचायत परसाडीह प्रसिद्ध समाज सेवक राज नेता स्वतंत्रता सेनानी प्रथम अंतरिम संसद सदस्य पूर्व मंत्री विधायक सांसद स्व.श्री रेशम लाल जांगड़े और पूर्व विधायक स्व.श्री मूलचंद जांगड़े की गृह ग्राम हैं। जिन्हे विभिन्न स्थानों दूर दराज से भ्रमण करने आते हैं तो ये उक्त तस्वीरे मुख्य स्थल पर होने से उनकी नजर पहले पड़ जाते हैं। प्रेस वालों के लिए बड़ी समाचार भी बन जाते हैं। आज देश की आजादी के 75 वे वर्ष बाद वर्तमान सरकार की 4 वर्ष प्रगतिरत होते हुए भी उपेक्षित पिछड़ा हुआ हैं ही और उक्त जैसे स्वार्थ सिद्ध करने वाले लोगों के बेजा कब्जा करने से जनहित कार्य प्रभावित हो रहे हैं। जिनको मौके पर पहुंच प्रेस प्रतिनिधियों ने तस्वीरें में कैद कर अतिक्रमण कर्ताओं की ग्रामीण जनों से जानकारी प्राप्त कर जनहित में खबर प्रकाशित किया गया है। अब देखना और अवगत कराना होगा कि इस जन समस्याओं छात्र छात्राओं ग्रामीण जनों की आवागमन और ग्राम पंचायत भवन की जनहित निस्तारी कार्य प्रभावित हो रहे हैं उन्हें रूबरू होते हुए शासन प्रशासन द्वारा क्या कार्यवाही की जाती हैं।
उक्त शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करने वाले लोगों को शासन प्रशासन से को डर नहीं है जिसे अवहेलना कर धड़ल्ले से अवैध रूप से बेजा कब्जा कर मकान बाड़ी दुकान बनाया जा रहा हैं।