महासमुंद जिले की जनता के द्वारा जिले को चार विधायकों व छत्तीसगढ़ सरकार के कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त व कई निगम मंडल में अध्यक्ष उपाध्यक्ष सदस्य होने के बावजूद जिले के आखिरी छोर सरायपाली बसना को जिला मुख्यालय महासमुंद से मिलने वाली तुमगांव से महासमुंद को जोड़ने वाली सड़कों की हालत ठीक नहीं है। बरसात पूर्व आनन-फानन में जिन सड़कों की मरम्मत की गई थी वे सड़कें गिटिï्टयों के बह जाने से खोखली हो गईं हैं। इसके कारण सड़कें जगह-जगह धंस रही हैं। आस-पास के भवनों में भी दरारें पड़ जा रही है। लोगों में दुर्घटना की आशंका बनी हुई है, लेकिन इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। जिले के आखिरी छोर सरायपाली महासमुंद को जोड़ने वाली मुख्य मार्ग तुमगांव से महासमुन्द l, यहां के स्थानीय विधायक व संसदीय सचिव विनोद चंद्राकार जी क्षेत्र के दौरा इसी रोड से आना-जाना करते हैं l लेकिन वे भी सड़कों की सुध नहीं लेते। पटरी उस पार से तुमगांव निकलते ही की शायद ही कोई सड़क हो, जिस पर गड्ढे न हों।
महासमुन्द की कई ऐसी सड़कें हैं जिसे देखने से यह लगता है कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढे में ही सड़क बनी है। आए दिन सड़कें धंस रही हैं और लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं, लेकिन इन सड़कों की बदतर हालात के लिए जिम्मेदार अधिकारी या तो हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। सड़कों की मरम्मत से शायद उन्हें कोई सरोकार नहीं रह गया है।
। हर जगह सड़कें जर्जर हो गई हैं। भ्रष्टाचार की बिसात पर बनीं सड़कें और उस पर आनन-फानन में किए गए पैचवर्क की परतें अब परत दर परत खुल रही है । 26 सितंबर को मुख्यमंत्री में आने पर जिन सड़कों से पर निकल रहे हैं, उन सड़कों की काया तुरत-फुरत बदलने । लेकिन बाकी सड़कों की दशा सुधारने की दिशा में कोई पहल नहीं की जा रही है। पटरी उस पार से रेलवे फाटक तुमगांव आने जाने वाली जनता मुख्यमंत्री जी का इस रोड में आने का इंतजार कर रहा है l
बहरहाल, सरकार को चाहिए कि जर्जर सड़कों की मरम्मत के लिए शीघ्र ही कारगर कदम उठाए। इस के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की नकेल कसे, ताकि जर्जर सड़कों के साथ ही धंस रही सड़कों के कारण होने वाली दुर्घटना से लोगों को निजात मिल सके।