उक्त कार्य संपन्न होने से पहले ही मौजूदा मंदिर को तोड़ने के लिए आज दलबल के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी मड़वारानी पहुंचे हैं।
इसकी जानकारी होने पर बड़ी संख्या में ग्रामवासी यहां एकत्र हो गए हैं और बिना किसी सूचना तथा व्यवस्थापन बग़ैर मंदिर को तोड़े जाने का विरोध किया जा रहा है। सहित ग्रामीणों का कहना है कि पहले मंदिर निर्माण और मूर्ति स्थापना का कार्य हो जाए, इसके बाद पुराने मंदिर को तोड़ने दिया जाएगा।