अरविंद कुमार, स्टेट ब्यूरो चीफ
मुंगेली । छत्तीसगढ़ महिमा । जिले के धान उपार्जन केंद्रों में हुए करोड़ों रुपये के धान घोटाले को उजागर करते हुए मुंगेली पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। फर्जीवाड़े के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिन्होंने सरकारी योजना के तहत छत्तीसगढ़ शासन को 55,14,497 रुपये का आर्थिक नुकसान पहुंचाया। यह मामला जिले के तीन अलग-अलग धान उपार्जन केंद्रों—सिंघनपुरी, पथरिया (ग्राम जुनवानी) और विचारपुर (शुक्लाभाठा) से जुड़ा हुआ है, जहां धान की खरीद में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। मुंगेली के पुलिस अधीक्षक (भा.पु.से.) भोजराम पटेल के निर्देश पर तीन अलग-अलग टीमें गठित की गईं, जिन्होंने इन मामलों की गहन जांच की और बैक-टू-बैक कार्यवाही करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल, नवनीत कौर छाबड़ा, डीएसपी एस आर धृतलहरे और डीएसपी नवनीत पाटिल के मार्गदर्शन में इन टीमों ने फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया। इस प्रकरण में जिले के लालपुर, पथरिया, और फास्टरपुर थानों में विभिन्न एफआईआर दर्ज की गई हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 409 (आपराधिक विश्वासघात) के तहत मामले दर्ज किए हैं।
फर्जीवाड़े की प्रमुख घटनाएं
धान उपार्जन केंद्र क्रमांक 1355, ग्राम सिंघनपुरी:
इस केंद्र के प्रभारी होरिलाल जायसवाल, निवासी ग्राम खपरी, पर चालू सत्र 2023-2024 में कुल 818.69 क्विंटल धान का गबन करने का आरोप है। यह धान 25,37,939 रुपये मूल्य का था, जो सरकारी रिकार्ड में कम पाया गया। धान की खरीद और वितरण के दौरान बेईमानी से गबन करने के प्रयास में शामिल होरिलाल जायसवाल के खिलाफ थाना लालपुर में अपराध क्रमांक 199/2024 के तहत धारा 420 और 409 का मामला पंजीबद्ध किया गया है।
धान उपार्जन केंद्र क्रमांक 529, पथरिया (ग्राम जुनवानी):
इस केंद्र के प्रभारी भीखम वर्मा, निवासी ग्राम जुनवानी, ने 356.18 क्विंटल धान की फर्जी रिपोर्टिंग कर 11,04,158 रुपये का गबन करने का प्रयास किया। उनके खिलाफ थाना पथरिया में अपराध क्रमांक 234/2024 के तहत धारा 420 और 409 का मामला दर्ज किया गया है।
धान उपार्जन केंद्र ग्राम विचारपुर (शुक्लाभाठा):
इस केंद्र के प्रभारी बेदप्रकाश गबेल ने चालू सत्र में 604 क्विंटल मोटा धान, जिसकी कुल कीमत 18,72,400 रुपये थी, का फर्जीवाड़ा किया। बेईमानी से इस संपत्ति का गबन करने के आरोप में उनके खिलाफ थाना फास्टरपुर में अपराध क्रमांक 234/2024 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
शासन को आर्थिक नुकसान और पुलिस की कार्रवाई
इस पूरे मामले में कुल 1778.87 क्विंटल धान का गबन सामने आया है, जिससे छत्तीसगढ़ सरकार को 55,14,497 रुपये की आर्थिक क्षति हुई है। पुलिस की सख्त निगरानी और त्वरित कार्रवाई के चलते तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया है। पुलिस ने इस गबन की साजिश में शामिल अन्य लोगों की तलाश भी शुरू कर दी है, और उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम
इस पूरे प्रकरण की जांच और गिरफ्तारी में मुंगेली पुलिस की कई टीमों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। थाना प्रभारी पथरिया निरीक्षक रघुबीर चंद्रा, थाना प्रभारी फास्टरपुर कार्तिकेश्वर जांगड़े, प्रभारी साइबर सेल/कोतवाली संजय सिंह राजपूत, थाना प्रभारी लालपुर उप निरीक्षक लक्ष्मण खूंटे, प्रधान आरक्षक लोकेश राजपूत, दयाल गवास्कर, यशवंत डाहिरे, मनोज ठाकुर, नोखे कुर्रे, आरक्षक अब्दुल रियाज़, महेंद्र राजपूत, राजू साहू, राकेश बंजारे, गिरिराज परिहार, भेषज पांडेकर, टेकसिंह साहू, और जितेंद्र राजपूत ने इस कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।