रिश्वतखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहें साय की सरकार, ढाई महीने में SDM,JD,EE, SI सहित 21 गए जेल

रायपुर (छत्तीसगढ़ महिमा)। 29 जून 2024, छत्तीसगढ़ में भ्रष्ट कर्मियों के खिलाफ जितना कार्रवाई पिछले 05 वर्षों में नहीं हुए,उससे कई गुणा ज्यादा सरकारी मुलाजिम पिछले ढाई महीने में रिश्वत लेते ट्रेप हो चुके हैं। जाहिर है,विष्णुदेव साय सरकार ने भ्रष्ट अधिकारियों और मुलाजिमों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी को फ्री हैंड दिया,उसके नतीजे आने लगे हैं। 01 अप्रैल से लेकर अभी तक 14 मामलों में 22 अधिकारी,कर्मचारी जेल जा चुके हैं। इनमें एस.डी.एम. से लेकर ज्वाइंट डायरेक्टर,एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, असिस्टेंट इंजीनियर,एस.आई.,ए.एस.आई.,पटवारी शामिल हैं। कई बार तो ऐसा हुआ है कि एक दिन में तीन - तीन, चार - चार सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते एसीबी ने धर दबोचा है। जाहिर है,रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़े जाने पर कोई जमानत नहीं। 03 महीने जेल में काटने के बाद ही बेल मिलते है। वो भी अगर 03 महीने में अगर चार्ज शीट दाखिल नहीं हुआ तो।
शपथ लेने के बाद पहले भाषण में श्री साय ने दिया था संकेत
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शपथ लेने के बाद अपने पहले ही भाषण में छत्तीसगढ़ में गुड गवर्नेंस पर जोर देते हुए कहा था कि उनकी सरकार भ्रष्ट अफसरों, कर्मचारियों को नहीं बख्शा जाएगा। आम लोगों से रिश्वत के लिए परेशान करने वाले लोगों से उनकी सरकार सख्ती से पेश आएगा। इसके बाद ए.सी.बी. द्वारा लगातार करावाइयों का दौर जारी है।
अमरेश मिश्रा के एसीबी चीफ बनने के बाद कार्रवाई हुए तेज
30 मार्च को डी.एम.अवस्थी की संविदा नियुक्ति समाप्त होने के बाद आई.पी.एस.अमरेश मिश्रा को ए.सी.बी. और ई.ओ.डब्लू.की कमान सौंपी गई थी। 01अप्रैल से अमरेश मिश्रा ने जांच एजेंसी का काम संभाला था। इसके बाद कुछ दिन उन्हें एजेंसी को समझने में लगा। 15 अप्रैल के बाद ए.सी.बी.ने भ्रष्ट अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। और करीब ढाई महीने में 14 कार्रवाइयों में 22 लोग जेल जा चुके हैं। इनमें एस.डी.एम.,ज्वाइंट डायरेक्टर,ई.ई.जैसे शीर्ष अधिकारी शामिल हैं। तो वहीं ए.सी.बी.टीम ने एस.आई. और ए.एस.आई.को भी नहीं छोड़ा। दिलचस्प यह है कि पिछले 05वर्षों में ए.सी.जी.ने जितनी कार्रवाइयां नहीं की,उससे कई गुणा ढाई महीने में हो चुके है। ए.सी.बी. के सूत्रों की मानें तो पिछले 05 वर्षों में रिश्वत लेते ट्रेप होने वाले मुलाजिमों की संख्या दर्जन भर भी नहीं पहुंच पाई।
       एसडीएम भागीरथी खाण्डे को जेल
छत्तीसगढ़ में इससे पहले एस.डी.एम.भागीरथी खाण्डे को रिश्वत लेते पकड़े जाने के बारे में कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था। रेवेन्यू और मजिस्ट्रेट का पावर होने की वजह से एस.डी.एम.के तार रसूखदार लोगों से लेकर सरकार में भी उपर लेवल तक जुडे़ होते हैं। इसलिए, छत्तीसगढ़ में अभी तक पटवारी के आस पास ही कार्रवाइयां सीमित होती थी।
  सरकार ने दिया एसीबी को फ्री हैंड
बताते हैं, गुड गवर्नेंस के लिए सरकार ने ईओडब्डू और एसीबी को फ्री हैंड दे दिया है। सरकार ने भ्रष्ट तंत्र के खिलाफ कोई रहम न करते हुए कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। हालांकि कहने के लिए ईओडब्लू और एसीबी राज्य सरकार की स्वतंत्र जांच एजेंसी है। 
उसे अपने हिसाब से भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने का पूरा अधिकार है। मगर ये सिर्फ कहने के लिए है। बिना सरकार से इजाजत लिए एसीबी कोई कार्रवाई नहीं करता। राज्य सरकार ऐसा चाहता भी नहीं कि ईओडब्लू और एसीबी ताकतवर हो कर कार्रवाइयां करें। अलबत्ता, राजस्थान में ईओडब्लू और एसीबी इतना सक्षम है कि आईएएस,आईपीएस अधिकारियों को गिरफ्तार कर लेता है। मगर छत्तीसगढ़ में पटवारी,डिप्टी रेंजर से उपर नहीं उठ पाते। पिछले 05वर्षों में ईओडब्लू,एसीबी के हाथ - पैर बांध दिए गए थे। आलम यह रहा कि 05वर्षों में एसीबी और ईओडब्लू ने 05 कार्रवाइयां नहीं की थी।रंगे हाथ रिश्वत लेते फिर पकड़े गए 02 पटवारी
गत दिनों 28 जून को खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिले में प्रकाशपुर हल्का नंबर 11 में पदस्थ पटवारी विवेक परगनिया टोलागांव के किसान किशोर दास साहू से जमीन में त्रुटि सुधार के नाम से रिश्वत मांग रहा था।
 एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम पटवारी को किसान से 4000 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। 
वहीं दूसरे मामले में प्रार्थी संजय कुमार खुंटे,निवासी ग्राम पनगॉव,तह.पामगढ़ जिला जांजगीर - चांपा ने एन्टी करप्शन ब्यूरो रायपुर के कार्यालय में शिकायत की थी। आज उसे प्रार्थी से राशि 3500 रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया।
एक ही दिन में अनेक जिलों में 04 कार्रवाई कर 05 भ्रष्ट अफसर कर्मियों को पकड़ा गया 
गत दिनों 17 मई को भी एसीबी ने अलग - अलग जिलों में 04 कार्रवाई करते हुए 05 भ्रष्ट अफसर व कर्मियों को धर दबोचा। एसीबी की कार्यवाही की शुरुआत कोंडागांव जिले से हुई है। कोंडागांव जिले में जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता टी.आर.मेश्राम के शासकीय बंगले में एसीबी की टीम ने छापामार कार्यवाही की है। कार्यपालन अभियंता द्वारा विभाग में सप्लीमेंट्री कार्य के एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत ठेकेदार तुषार देवांगन से मांग रहे थे। ठेकेदार की शिकायत के बाद एसीबी ने पहले पुष्टि की फिर आज सुबह-सुबह कार्यपालन अभियंता के शासकीय निवास में 50 हजार रुपए कैश रिश्वत लेते कार्यपालन अभियंता को गिरफ्तार किया है। एसीबी की दूसरी कार्यवाही बिलासपुर जिले में हुई है। बिलासपुर के तहसील कार्यालय में पदस्थ राजस्व निरीक्षक संतोष देवांगन ने बिलासपुर के तोरवा के रहने वाले प्रवीण कुमार तरुण से तोरवा में स्थित उनकी जमीन के सीमांकन हेतु ढाई लाख रुपए रिश्वत मांगी थी। जिसकी प्रथम किश्त के रूप में 01 लाख रुपए लेकर आज तहसील कार्यालय में बुलाया था। प्रार्थी प्रवीण कुमार तरुण ने इसकी शिकायत बिलासपुर एंटी करप्शन ब्यूरो को की थी। शिकायत के सत्यापन के बाद सुनियोजित ट्रैप कार्यवाही कर तहसील कार्यालय बिलासपुर से राजस्व निरीक्षक संतोष कुमार देवांगन को 01 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। एंटी करप्शन ब्यूरो की तीसरी कार्यवाही रायगढ़ जिले के घरघोड़ा में हुई है। झाड़– फूंक करने वाले जगमोहन मांझी ग्राम कुर्मी भवना का रहने वाला है। झाड़–फूंक से वापस लौटते समय उसे घरघोड़ा रेंज के डिप्टी रेंजर मिलन भगत ने पकड कर जंगली मुर्गा मारने के केस में जेल भेजने का डर दिखा कर 08 हजार रुपए मांगा था। 03 हजार रुपए तत्काल ले लिए थे। 05 हजार की दूसरी किश्त लेते हुए आज एंटी करप्शन ब्यूरो ने डिप्टी रेंजर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एंटी करप्शन ब्यूरो की चौथी कार्यवाही अंबिकापुर जिले में हुई है। यहां पदस्थ नगर तथा ग्राम निवेश विभाग के सहायक संचालक (सर्वे) बालकृष्ण चौहान एवं सहायक मानचित्रकार नीलेश्वर कुमार ध्रुव ने ग्राम मोमिनपुर निवासी मोहम्मद वसीम बारी के समधी से अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने हेतु 35 हजार रुपए के रिश्वत मांग की थी। 
पीड़ित मोहम्मद वसीम बारी ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो अंबिकापुर के कार्यालय में की थी। शिकायत सत्यापन के पश्चात आज ट्रैप कार्यवाही की गई तथा नगर एवं ग्राम निवेश क्षेत्रीय कार्यालय अंबिकापुर में सहायक संचालक बालकृष्ण चौहान और सहायक मानचित्रकार नीलेश्वर कुमार ध्रुव को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।