जांजगीर जिले के कुछेक इलाकों में धड़ल्ले से चल रहा ईट भट्ठा का व्यापार

 कनकपुर में चल रहें अवैध ईट भट्ठे के कारोबार जोरो पर,नहीं ले रहें जिम्मेदार विभागीय अधिकारी सुध 

  जांजगीर (छत्तीसगढ़ महिमा)। 08 मई 2024,
 छत्तीसगढ़ राज्य के जांजगीर चाम्पा जिले के बम्हनीडीह ब्लाक के ग्राम कनकपुर में अधिकांश लोगों द्वारा राजस्व एवं खनिज विभाग के नाक के नीचे लाल ईट भट्ठा का अवैध रूप से कार्य फल फूल रहा है।

सूत्रों की माने तो कहा जा रहा है कि गांव एवं आड़ पड़ोस में जितने भी ईट व्यापार का काम कर रहें है वे सभी मिल कर एकमुस्त विभाग को अपना प्रसाद खनिज विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग को दे कर बेखौफ तरीके से जाल फैलाए हुए है।और ज़ब पत्रकार लोगों का दबीश हो रहा है तो मुँह पर बोला जा रहा है हम विभाग वालों को जो देना है दे चुंके है अब किसी को कुछ नहीं देना है। पत्रकार वालों के ऊपर उगाई जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है। जो कि गलत है, उन लोगों के द्वारा बिना राजस्व विभाग,खनिज विभाग के अनुमति तथा बिना प्रमाण पत्र के अवैधानिक कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। वह उचित है उनके नजर में।अंदाजा लगाया जा रहा कि कोई बड़े आदमियों के इशारों पर यह काम को किया जा रहा है। उक्त कार्य खनिज विभाग व राजस्व विभाग के नाक के नीचे चल रहें है।और जिला प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी अपनी आँख कान मूंद कर बैठे हुए है।
  ईट भट्ठे संचालक के पास नहीं कोई आधार प्रमाण,धड़ल्ले से चला रहें अवैध कारोबार
    ग्राम पंचायत पोड़ीशंकर द्वारा उनके आश्रित ग्राम परसापाली और कनकपुर में संचालित किसी भी ईट भट्ठा का ग्राम पंचायत से अनापत्ति प्रणाम पत्र जारी नहीं किया गया हैं। ना ही राजस्व और खनिज विभाग द्वारा कोई अनुमति ली गई हैं। नियम विरुद्ध मुख्य मार्ग किनारे लाल ईट अवैध निर्माण का खेल पूरे क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहा हैं।
ग्राम पंचायत का संरक्षण में चल रहे अवैध ईट भठ्ठा,
नहीं दिया किसी को अनापत्ति प्रमाण पत्र 
ग्राम पंचायत पोड़ीशंकर द्वारा किसी भी ईट भट्ठा संचालको को अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दे कर राजस्व और खनिज विभाग शासन प्रशासन को कई लाखों रूपये का चुना लगाया जा रहा हैं।
इससे ग्राम पंचायत के सरपंच,उप सरपंच और कुछेक लोगों की संरक्षण होना स्पष्ट देखने को मिल रहें हैं।
उप सरपंच बिट्टू ठाकुर कहते हैं कि हमारे ग्राम पंचायत द्वारा किसी भी ईट भट्ठे के संचालन कर्ताओं को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया हैं।
न यहां कोई पुलिस और राजस्व,खनिज विभाग के आला अधिकारी नहीं आते हैं, गांव के गरीबों लोगों को अवैध हो या वैध रूप से लेकिन उन्हें ईट भट्ठे चलने से रोजगार मिल रहें हैं। जिसके लिए यहां कोई भी प्रेस वाले अवैध या वैध ईट निर्माण पर ध्यान न दे नजर अंदाज कर समाचार न चलाए,जो उगाही करना हैं। जिनसे किसी के रोजगार न छीने और उस पर प्रभाव पड़े प्रेस वाले कनकपुर से दूरी बना कर रखें। हमारे ग्राम पंचायत और गांव के लोग शासन प्रशासन को संभाल लेंगे।
उप सरपंच बिट्टू ठाकुर अपना रोब बता कर पत्रकारों की स्वतंत्रता को ललकार कर वसूली करने धमकाने की मिथ्या आरोप लगा अपना पैठ जमाएं बैठे हैं।
अवैध वसूली के नाम से वहां पहुंचने वाले पत्रकारों को जेल भेजवाने की बात करते धमकाते नहीं थकते।
सरपंच श्रीमती शारदा शिकारी की नहीं चलती कोई दबदबा और उप सरपंच बिट्टू ठाकुर का वर्चस्व हैं भारी।
   हरिशंकर चंद्रा का दो गाँवो में धड़ल्ले से 
 चल रहें अवैध ईट भट्ठे 
हरिशंकर चंद्रा का मुख्य मार्ग गली से लगा ग्राम कनकपुर में उनके घर किराना दुकान के साथ पास में एक ईट भट्ठे और गांव से बाहर दूसरे ग्राम पंचायत कपिसदा के पुल नाला किनारे मुख्य मार्ग पर अवैध रूप से ईट भट्ठे संचालित किया जा रहा हैं।
पत्रकारों को ये कहता हैं जो देखो छापो हमारे क्या करोगे प्रेस वालों हमारे ईट निर्माण वैध हो या अवैध पूरे क्षेत्र में मेरे कार्य अच्छे से चल रहा हैं। मैं अपने किराने की दुकान और ईट निर्माण कार्य में दोगुने लाभ कमाने में मस्त हूं। मेरे गांव कनकपुर और कपिसदा दोनों गांव के मुख्य मार्ग स्थल पर ईट भट्ठे जोर शोर से चल रहा हैं।
प्रेस वाले आओ जाओ हमें क्या फर्क पडता हैं,ये कहना हैं हरिशंकर चंद्रा किराना दुकान संचालक से अवैध ईट भट्ठा संचालन कर्ता का।
सफेद काले राखड़ कोयले के डस्ट प्रदूषण से जन जीवन प्रभावित,आवागमन करने वाले परेशान 
जिला जांजगीर चाम्पा के बम्हनीडीह अंतर्गत आने वाले ग्राम कनकपुर में सबसे अधिक ईट भट्ठा संचालित किया जा रहा हैं। ईट निर्माण के लिए चाम्पा से सफेद और काले राखड़ और कोयले ला कर मिट्टी के साथ मिला कर ईट निर्माण किया जा रहा हैं। गांव के मुख्य स्थल तालाब,नदी,नल,नहर आस पास ईट भट्ठे संचालन से वहां डस्ट फैलने के कारण जल प्रदूषित हो जा रहें हैं। 
इसके आलावा मुख्य मार्ग में चलने वाले आम जनता को डस्ट में सांस लेना गुजरना ईट भट्ठे के प्रदुषण के कारण बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं।
जन जीवन पेड़ पौधे पर अधिक प्रदूषण का प्रभाव पड़ रहा हैं,जिस पर जिम्मेदार विभागियो अधिकारीयों को विशेष ध्यान देने की जरूरत हैं।