
जांजगीर (छत्तीसगढ़ महिमा)। 21 अप्रैल 2024, जिला मुख्यालय में भारी वाहनों से मुक्ति के लिए नैला रेलवे स्टेशन के कोल साइडिंग से कोयला लोड कर आने वाले वाहनों को शहर के बाहर से निकालने के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाना आवश्यक है।इसके लिए लोक निर्माण विभाग ने अंडरब्रिज के पास से बनारी होते हुए 6 किमी. सड़क बनाए जाने का प्रस्ताव शासन को डेढ साल पहले भेजा था।मगर इस प्रस्ताव को अब तक स्वीकृति नहीं मिल पाई है।जिसके चलते भारी वाहनों से जांजगीर नैला शहर वासियों को मुक्ति नहीं मिल रहा है।हालांकि यातायात पुलिस ने रात 11 बजे तक शहर में भारी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया है। इसलिए दिन में कुछ राहत है।जिला मुख्यालय में भारी वाहनों की आवाजाही लगातार होता रहता है।रोज हजारों की संख्या में भारी वाहन गुजरते हैं।एनएच का निर्माण अंतिम चरण में हैं और पीथमपुर में हाईलेबल ब्रिज बन जाने के बाद इस मार्ग पर आवाजाही प्रारम्भ हो गया है। हालांकि खोखसा में कुछ दूरी तक सड़क निर्माण नहीं हुआ है।मगर बेजा कब्जा हटाए जाने के बाद सड़क पर आवागमन शुरू हो गया है।इसके बाद भारी वाहन नगर के बाहर से ही निकल रहे हैं।मगर कोल साइडिंग नैला से कोयला लेकर आने वाले वाहन चांपा व बिलासपुर की ओर जाते हैं और येवाहन स्टेशन रोड से होते हुए नगर के विवेकानंद मार्ग और अकलतरा रोड से गुजरते हैं जो नगर का हृदय स्थल है।ऐसे में आए दिन दुर्घटना होता रहता है।हालांकि सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक नो एंट्री रहता है।मगर देर रात वाहनों की इतनी लंबी कतार लगता है कि नैला से जांजगीर आवागमन में कठिनइयां हो रही है।