छत्तीसगढ़ महिमा महासमुंद। 8 जुलाई 2022,
गत दिनों गुरुवार को पड़ने वाले आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष के देवी शीतला को प्रसन्न और रोग मुक्ति के लिए महासमुन्द नगर सहित ग्रामीण अंचलों में देवी शीतला मंदिर में जुडवास पर पूजा अर्चना करने पहुंचे किसान नेता अशवन्त तुषार साहू।
यह पर्व प्रत्येक साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष या यूं कहें कि महाप्रभु जगन्नाथ की यात्रा के बाद गुप्त नवरात्रि में मनाया जाता है। छत्तीसगढ़ की धरती को त्यौहार और पर्वों का धारा मानी जाती है और यहां पर्व और त्यौहारों की कमी नहीं है। इसी कड़ी में गुरुवार को देवी शीतला मंदिर में जुड़वास या माता पंहुंचनी का विशेष महत्व होता है माता शीतला का मंदिर छत्तीसगढ़ के प्रत्येक गांव में होता है इसे ग्राम देवी के नाम से भी जाना जाता है और मान्यता है कि मुख्य रूप से गांव में सुख शांति और समस्त रोगों के निवारण का प्रतीक माना जाता है इसकी पूजा से मनोवांछित फल प्राप्त होती है।
किसान नेता अशवन्त तुषार साहू शीतला मंदिर में पूजा अर्चना कर समस्त रोगों के निराकरण के लिए माता शीतला से मन्नत मांगी साथ ही साथ खरीफ के फसल की बुवाई संपन्न करके फसल को रोग मुक्त रखने और क्षेत्र वासियों सभी परिवार के सदस्यों जीवन में सुख शांति आए यही दुआ मांग कर आशीष लिए।